विकास की कुर्सी बनी नींद पूरी करने की तोहमत

क़ुतुब अंसारी/राजकुमार शर्मा
बाबागंज ( बहराइच ) कुछ इस तरह बहती है विकास की गंगा विकास खंड नवाबगंज में । वैसे तो आज तक काम चोरों को केवल घरों व दुकानों तक देखने को मिलता था। परंतु अब दबतरो में भी देखने को मिलता है। कुछ ऐसा ही नजारा नवाबगंज खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में देखने को मिला । खंड विकास अधिकारी के पास दो ब्लॉकों का चार्ज होने के कारण महोदय व्यस्त रहते है कभी नवाबगंज तो कभी शिवपुर ब्लॉक । ऐसे में उनकी गैर मौजूदगी में ब्लॉक में अफरा तफरी का माहौल रहता है  लापरवाह कर्मचारियों को मौका मिल जाता है l  वही फरियादियों का कहना है । जब कार्यालय पहुँचते तो केवल एक बात कही जाती कल आना। देख लेंगे। वही संबंधित अन्य अधिकारी व कर्मचारियो की तो मानो बल्ले बल्ले रहता है । कार्यालय 10 बजे बजाय 11 बजे खुलना आम बात है। उपस्थिति का कुछ ऐसा ही हाल है। और तो और कुर्सी  बैठने के लिए होती पर शायद इन महोदय को नींद बुलाने के लिए रहती है। इस तरह फरियादी मौके पर पहुचते ओर खाली हाथ वापस हो जाते।
यही वजह है  ग्रामपंचायतों में प्रधान मन मानी करते  फिरते है।काया कल्प ,व स्वच्छ भारत मिशन जैसे महत्वपूर्ण योजना भी यहाँ धरातल में आँसू बहा रहा है। बताते चले जहाँ योगी सरकार का इन दिनों दावा है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी ग्राम पंचायतों में शौचालय का निर्माण कर दिया गया है अधिकतम लोग इसका उपयोग करते है।परंतु इस विकास खंड में यह सब कुछ केवल कागजो तक ही सीमित है।न सभी जगह शौचालय निर्माण हुआ न  ही इसका उपयोग हुआ कारण ग्रामप्रधान ने इसमें भी धन वसूली करने से पीछे नही हटे।
ग्राम पंचायत जैतापुर प्रधान ने तो हद ही कर डाली शौचालय का भी पैसा निगल गए।और संबंधित अधिकारियों से कागजो का खानापूर्ति कर  खुद को अलग कर लिए। वही कई ग्रामपंचायत में सफाई कर्मी  बिना कार्य किये  अपना वेतन निर्गत करते रहते है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना की भी धजिया प्रधानों ने जम कर उड़ाया। जब कार्यालय की कुर्सियां खाली रहेंगी । जो अधिकारी किसी तरह मौजूद है तो वह  सोता रहता है दोनों पैर उसके मेज व कुर्सी पर रहता है तो फिर सभी अपने आप यह समझ सकते है कि इस विकास खंड में किस तरह की उल्टी गंगा विकास की धारा  बहा रही है।
क्या कहते है जिम्मेदार
जब इस संबंध में सहायक पंचायत अधिकारी विधानचंद से जानकारी ली गई तो साहब का कहना था जिले की मीटिंग से फुरसत नही मिलती । इस लिए समस्या हो रही है।
जब इस संबंद में खण्ड विकास अधिकारी नवाबगंज वीरेन्द्र यादव से जानने की कोसिस की गई तो महोदय का फोन रिंग करता रहा पर फोन नही उठा।

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