राज्य महिला आयोग की सदस्य के सामने पीड़िताओं ने बयां किया दर्द

कानपुर। शहर में रानी लक्ष्मी बाई केंद्र में मंगलवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर व डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने महिला संबंधी अपराधों को लेकर आये मामलों की सुनवाई की। इस दौरान पीड़िताओं ने अपने दर्द बयां किये।
मुंबई निवासी कपड़ा कारोबारी ने अपनी बेटी की शादी तीन साल पहले सरसौल के रहने वाले आदित्य साहू से की थी। पीड़िता ने बताया कि,शादी के बाद उनके पति व अन्य ससुरालीजन कार की मांग करने लगे। पिता की आर्थिक स्थिति को देखकर जब कार देने से इंकार कर दिया तो पति आये दिन मारपीट करने लगे। पीड़िता ने आयोग की सदस्य को बताया कि, उनके पति ने बाथरूम में नहाते कुछ अश्लील वीडियो बनाये और दहेज के लिए ब्लैकमेल करने लगा। जिस पर पीड़िता ने पति समेत अन्य ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज एक्ट समेत छेड़खानी की एफआईआर दर्ज कराई। पीड़िता ने मुकदमे विवेचक पर छेड़खानी की धारा हटाने और अन्य आरोपियों के नाम हटाने का आरोप लगाया है। इस पर उन्होंने कार्यवाई के निर्देश दिए है।
वहीं कल्याणपुर क्षेत्र के अंतर्गत विनायकपुर की रहने वाली महिला को शादी का झांसा देकर देवर ने दुष्कर्म किया था। महिला के पति की गत 26 मई को कोरोना से मौत हो गई थी। आरोप है कि,उसके गहने,प्रॉपर्टी संबंधित दस्तावेजों व पति का आधार कार्ड को हड़प उसे घर से बाहर निकाल दिया।पीड़िता ने महिला आयोग की सदस्य के सामने अपनी आपबीती बताई तो इस पर उन्होंने एडीसीपी (महिला संबंधी अपराध) को एसीपी कल्याणपुर से मामले की रिपोर्ट लेने के बाद आरोपी देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए है।
महिला उपनिरीक्षक को लगाई कड़ी फटकार
पीड़िता ने बताया कि,इस मामले में महिला उपनिरीक्षक ललिता चौहान की भूमिका संदिग्ध थी। बताया कि,महिला उपनिरीक्षक के सामने ही उसके देवर ने स्टाम्प पेपर पर एक साल बाद घर का हिस्सा देने की बात लिखने के बाद जबरन हस्ताक्षर करवाए। जिस पर महिला आयोग की सदस्य ने महिला उपनिरीक्षक को इस मामले में पार्टी बनने पर कड़ी फटकार लगाई।