गोरखपुर : कैसे होगी निष्पक्ष पुलिसिंग, जब जुगाड़ पर मिल जाती है इंचार्जी


गोरखपुर। जिले में अपराध औऱ अपराधियों पर अंकुश लगाने को लेकर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने एक साथ 56 दरोगाओं का ट्रांसफर किया है। इसमें 13 दरोगाओं से चौकी प्रभारी का चार्ज छिन लिया गया है। 

जबकि11 दरोगाओं को चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक साथ हुए इतने बड़े स्तर पर पुलिस विभाग में हुए तबादले के बाद पुलिसकर्मियों में हलचल स्वाभाविक है। महानगर से देहात क्षेत्रों में गए पुलिसकर्मियों में और निराशा है । शहर में रहते हुए कई पुलीसकर्मियों ने सत्तारूढ़ दल के नेताओं, मीडियाकर्मियों से घनिष्ठ सम्बंध बना लिए थे और आराम से ड्यूटी निभा रहे थे।गुरुवार की देर रात एसएसपी के कैंप कार्यालय की ओर से दरोगाओं की तबादला सूची जारी की गई। इनमें 13 तेज तर्रार दरोगाओं को चौकी से हटाकर थाने से अटैच कर दिया गया। जबकि इसी दौरान थानों पर अटैच रहे 11 दरोगाओं को सीधा चौकी प्रभारी बना दिया गया।

 ऐसे में शुक्रवार को पुलिस विभाग में चर्चा रही कि चौकी का प्रभार उन्हीं दरोगाओं को सौंपा गया है, जो बेहद प्रभावशाली थे।वहीं, कोतवाली थाने पर तैनात सेकेंड अफसर इत्यानंद पांडेय को यहां से सीधा बांसगांव के हरनही चौकी का प्रभार सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि जटेपुर चौकी से हटाए जाने के बाद इनकी पोस्टिंग के लिए लगातार अधिकारियों पर दबाव था। लेकिन पुलिस कप्तान ने इन्हें एसएसआई कोतवाली बनाया।लेकिन प्रभावशाली होने की वजह से इस बार हुए ट्रांसफर में इन्हें मजबूरन हरनही चौकी का प्रभार देना पड़ा। वहीं, पुलिस में चर्चा है कि ऐसे ही अन्य कई दरोगाओं ने चार्ज लेने के लिए अधिकारियों को मजबूर कर दिया।