नोटबंदी से अर्थव्यवस्था हुई औपचारिक, ज्यादा राजस्व ने पहुंचाया गरीबों को लाभ: जेटली

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नई दिल्ली.। वित्तमंत्री ने अरुण जेटली ने नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर ब्लॉग लिखकर सरकार के इस फैसले के फायदे गिनाए हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को अधिक औपचारिक बनाया, जिससे अधिक राजस्व प्राप्त हुआ, गरीबों के लिए अधिक संसाधन जुटाए गए, बेहतर बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद मिली ताकि नागरिकों को बेहतर जीवन मिल सके।

जेटली ने फेसबुक ब्लाग लिखकर कहा कि नोटबंदी असल में महत्वपूर्ण निर्णयों की एक श्रृंखला में बेहतर प्रदर्शन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इसकी शुरुआत विदेश में जमा काले धन पर कार्रवाई से हुई थी, जिसके लिए सरकार काला धन निरोधक कानून लायी। इसके बाद प्रौद्योगिकी का उपयोग कर कराधान को सरल किया गया। वित्तीय समावेशन के लिए जन धन योजना लाई गई लोगों को सरकारी योजनाओं को लाभ देने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जैसी प्रक्रियाएं अपनाई गई। 

नोटबंदी ने लोगों को अपना पैसा बैंकों मे जमा कराने पर मजबूर किया। इसके बाद उनसे अधिक पैसे के बारे में जवाब मांगा गया और उन्हें अपने अधिक जमा पर कर देने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि भारत को नकद से डिजिटल लेनदेन में स्थानांतरित करने के लिए सिस्टम में बड़े बदलाव की आवश्यकता थी।

उन्होंने कहा कि पैसे के लेन-देन को असान बनाने के लिए यूपीआई और भीम जैसी सुविधायें लाई गईं। इसके अलावा रुपे कार्ड के उपयोग को प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) और ई-कॉमर्स दोनों में बढ़ावा दिया गया। इससे भारत में स्वदेश में विकसित भुगतान प्रणाली को बढ़ावा मिला। 

जेटली ने कहा कि नोटबंदी के चलते प्रत्यक्ष कर आधार को बढ़ाने में मदद मिली। उनकी सरकार में आने के बाद से अगले पांच सालों में कर देने वालों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद एक सरल जीएसटी प्रणाली लाई गई, जिससे कर राजस्व में वृद्धि हुई और करों की दरों में भी कमी आई । 

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