गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। नदी घाटों व तालाबों पर मंगलवार की सायं काल छठ पर्व की श्रद्धा उमड़ पड़ी। पानी में खड़ी हजारों व्रती महिलाएं भगवान सूर्य की अंतिम झलक पाने को बेताब थीं। छठ गीत कांच ही बांस क बहंगिया, बहंगी लचकत जाय महिलाओं के मुख से फूट रही थी। सभी ने आस्था व श्रद्धा के साथ अस्ताचल गामी भगवान सूर्य को अघ्र्य अर्पित कर मंगलकामना की। दीप से आरती उतारी आर नैवेद्य अर्पित किया। सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद थी।

अपराह्न तीन बजे के बाद महिलाओं का नदी घाटों की ओर निकलना शुरू हो गया। वे समूह में मंगल गीत गाते हुए पैदल नंगे पांव भगवान सूर्य की पूजा के लिए चलीं। साथ में परिजन अपने सिर पर दउरा में पूजा सामग्री लिये थे। कई महिलाएं बैंडबाजा के साथ थीं। हाथों में कलश व दीप थे। देखते देखते नदी घाटों पर हजारों की भीड़ एकत्रित हो गई और जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। भीड़ के साथ माहौल में आस्था, श्रद्धा व उत्साह बढ़ता गया। महिलाएं पहले वेदी के पास बैठीं। पूजन सामग्री सूप में रख कर पानी में खड़े होकर परिक्रमा की, गन्ने की छतरी लगाई और भगवान सूर्य को अगरबत्तियां दिखायी। इसके बाद दीप व हाथ में पूजन सामग्रियों से भरा सूप लेकर काफी देर तक पानी में खड़ी रहीं। फिर उस भगवान सूर्य को अघ्र्य अर्पित कर मंगल कामना की। महानगर के राजघाट, हनुमानगढी, सूर्यकुंड, महेसरा, विष्णु मंदिर, बिछिया ताडीखाना सहित अन्य स्थानों पर व्रती महिलाओं का हुजूम उमडा हुआ था। घाटों से लौटने के बाद व्रती महिलाएं अपने घर पर कोसी भरी।

बडहलगंज प्रतिनिधि के अनुसार उपनगर के लेटाघाट, मुक्तिपथ स्थित रामकवल शाही स्नान घाट, कलूट का शिवाला, कानूनगो घाट, हनुमानगढ़ी घाट, संतोषी माता मंदिर घाट, कोड़ारी, जाईपार, पोहिला, दलुआ घाट, मदरहा घाट सहित अन्य नदी तटों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए निश्चित दूरी पर बल्ली व रस्सी तथा अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए सीटी टीवी कैमरे लगाए गए थे। वहीं बभनौली, फरसाड़, रामकोला, चैतीसा, महुआपार, पोहिला सहित अनेक गांवों के पोखरों पर व्रती महिलाओं ने सूर्य को अघ्र्य दिया। उपनगर में बडे वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया। वहीं पटना चैराहे पर अघ्र्य के समय बडे वाहनों को रोका गया था। ऐतिहात के तौर पर उपजिलाधिकारी गोला अरूण सिंह मातहतों के साथ घाटों पर मौजूद रहे। पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी भी परिवार सहित

मुक्तिपथ घाट पर पहुंच कर व्रत पूजा में शामिल हुए
गोला प्रतिनिधि के अनुसार उपनगर तथा आस-पास के क्षेत्रों में छठ पर्व पर भारी धूम रही। भीड़ इस कदर रही की घाटों की जमीन छोटी पड़ गई। महिलाओं ने अस्ताचल सूर्य को अघ्र्य दिया। पक्का घाट, शीतला घाट, बरदसिया घाट, हनुमान घाट, बेबरी आदि सभी घाटों पर भारी भीड़ रही। इसके अतिरिक्त क्षेत्र के तुर्कवलिया, नरहन, रामामऊ, मदरिया, मदरहा, दलुआ, रजौली, विसरा, देवलापार, गोपालपुर आदि घाटों के अतिरिक्त गांवों में स्थित पोखरों और नालों पर भी महिलाओं ने अघ्र्य दिया। उपनगर के सभी घाटों पर नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई और पथ प्रकाश की व्यवस्था की गई थी। दूसरी ओर सभी घाटों पर गोला पुलिस मुस्तैद दिखी।

गजपुर बाजार प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र में छठ पर्व पर राप्ती नदी तथा ताल पोखरों पर महिलाओं ने छठ माता की पूजा कर पुत्र प्राप्ति एवं दीर्घायु की कामना की। सायं काल सूर्य अस्त होते ही महिलाओं ने अघ्र्य देकर पूजा किया।
गगहा व हाटा बाजार प्रतिनिधि के अनुसार गगहा क्षेत्र में मंगलवार को सायं नदी व तालाबों के घाटों पर व्रती महिलाओं का समूह उमड़ पड़ा। महिलाएं पूजन सामग्री सूप में रख कर पानी में खड़े होकर परिक्रमा करने के बाद भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर अपने पुत्र व परिवार के लिए मंगल कामना की। क्षेत्र के हटवां, बेलकुर, रकहट, पाजूपार, कौवाडील, जीवकर, गोबरहिया, मामखोर, मजुरी, असवनपार, भलुआन, मझगांवा, रावतपार, गरयाकोल सहित अनेक गांवों के तालाबों व नदी के घाटों पर व्रती महिलाओं ने सूर्य को अघ्र्य दिया।
कैमरे की निगहबानी में रहे घाट, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गोरखपुर। छठ पर्व के मद्देनजर प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए थे। घाटों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। सुरक्ष़्ाा के लिए बैरिकेटिंग के अलावा स्टीमर तथा बडी नाव लगाई गई थी। इसके अलावा अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए घाटों पर बीस सीसी टीवी कैमरे लगाए गए थे। वहीं पुलिस प्रशासन भी पर्व को लेकर चैकस रहा। चप्पे चप्पे पर पुलिस तथा पीएसी के जवान तैनात रहे। व्रतियों की सुविधाओं के लिए कई मार्गों के रूट डायवर्ट कर दिए गए थे।
अमरमणि की पत्नी मधुमणि जेल में हैं छठ व्रत
आजीवन कारावास की सजा काट रही पूर्व मंत्री अमरमणि की पत्नी मधुमणि छठ व्रत रखी हैं। वहीं मधुमणि के अलावा जेल में बंद 12 अन्य महिलाओं ने भी व्रत की तैयारी की थी। जेल प्रशासन ने इन महिलाओं के लिए व्रत से जुड़े सारे सामानों की व्यवस्था कराई है। छठ व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए जेल प्रशासन ने व्रत के हिसाब से सामानों की व्यवस्था कराई। महिला बैरक में व्रती महिलाओं के लिए बड़ा सा गड्डा खोदवाया गया था। अन्य फलों की भी खरीदारी की गई। आदर्श बंदी शेषनाथ उर्फ दाढ़ी ने जेल परिसर से ही तीन तरह के फल केला, आम और ऑवला की व्यवस्था की। वहीं जेलर ने महिलाओं के लिए बाजार से गन्ना मंगवाया।
ये महिलाएं हैं व्रत
रानी, माया, सिरजावती, किन्नू, नीता, पुष्पा, सुनीता, तेतरी, अमरावती, सुभावती, आशा, सरोज, मधुमणि
जेल में बंद 86 महिलाओं में से 13 महिलाएं छठ व्रत रखी हैं। व्रत से जुड़ी जो भी सामाग्री होती है वह उन्हें उपलब्ध करायी गई।
प्रेम सागर शुक्ला, जेलर