
कोरोना व डेंगू के संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ, वहीं दूसरी ओर अब जीका वायरस का खतरा मंडराने लगा लगा है। कानपुर में जीका संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. नानक सरन ने संबंधित अधिकारियों व डाॅक्टरों का निर्देशित किया है कि जीका वायरस को गंभीरता से लेते हुए यहां समुचित प्रबंध कर लिए जाएं। राहत की बात तो यह है कि प्रयागराज में अभी तक जीका संक्रमण के न तो कोई लक्षण मिले हैं और न ही कोई मरीज।
मेडिकल कॉलेज का माइक्रोबायोलॉजी लैब भी तैयार
प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलाॅजी लैब में कोरोना व डेंगू की जांच की जा रही है। मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने बताया कि माइक्रोबायोलाॅजी लैब में जीका वायरस के संक्रमण की जांच की व्यवस्था कर ली गई है। पूरी ट्रेंड टीम यहां तैनात है। मेडिकल काॅलेज से संबंद्ध स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भी समुचित वार्ड बनाए गए हैं।
जीका वायरस के पहचानें लक्षण
मोतीलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज के फिजिशियन डॉ. सुजीत वर्मा बताते हैं कि जीका वायरस के संपर्क में आने से तीन से 14 दिन के अंदर लक्षण दिखने लगते हैं। इसमें हल्का बुखार आना, आंख आना, मांसपेशियों में दर्द होना, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, बेचैनी होने जैसे लक्षण होते हैं। इन लक्षणों से परेशान होने की जरूरत नहीं है। यदि कई दिनों से बुखार है तो डाॅक्टर को जरूर दिखाएं।