अब बूथों पर जाकर कोरोना जांच के लिए लंबी लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। घर में ही यह जांच की जा सकेगी। ‘कोवि कैच’ एप के जरिये रिपोर्ट भी इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के पोर्टल पर अपलोड हो जाएगी। दक्षिण कोरिया की कंपनी एसडी बायोसेंसर ने रैपिड एंजीटन किट किट बाजार में उतार दी है। इस किट को इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने अनुमति प्रदान कर दी है।
बारकोड स्कैन करते ही मोबाइल में डाउनलोड हो जाएगा ‘कोवि कैच’ एप
किट पर बार कोड है, जिसे स्कैन करते ही मोबाइल में ‘कोवि कैच’ एप डाउनलोड हो जाएगा। उसमें नाम, जन्मतिथि, आधार कार्ड नंबर, पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल आइडी, कोविड टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी भरनी होगी। जांच के बाद निगेटिव या पाजिटिव परिणाम की फोटो एप के कैमरे से खींचकर सेव करते ही वह व्यक्तिगत जानकारी के साथ आइसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड हो जाएगी।
ऐसे की जाएगी जांच
किट में प्रोव (नाक का स्वाब लेने वाला स्टिक), वायरस ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम, जिसमें स्वाब लेने के बाद प्रोव डाला जाता है), स्ट्रिप (जिस पर नमूना गिराकर जांच की जाती है), शामिल है। प्रोव नाक में डालकर वीटीएम में डाला जाएगा। नमूना तैयार हो जाएगा। उसे दो-तीन बूंद स्ट्रिप पर डालने के 15 मिनट बाद परिणाम सामने होगा। यदि स्ट्रिप पर दो लाल रेखाएं नजर आईं तो रिपोर्ट पाजिटिव मानी जाएगी। यदि एक ही लाल रेखा नजर आई तो रिपोर्ट निगेटिव मानी जाएगी। उसी स्ट्रिप की एप के जरिये फोटो की खींची जाएगी।
इस किट से घर पर कोई भी व्यक्ति कोरोना की जांच कर सकता है। इतना जरूर ध्यान रखना होगा कि जांच के समय ग्लब्स व मास्क पहन लें। जांच के बाद सावधानी के साथ पूरी किट जला दें। एप से फोटो खींचते ही वह रिपोर्ट आइसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड हो जाएगी। – डा. रजनीकांत, प्लानिंग कोआर्डिनेटर, आइसीएमआर
जिले में यह किट इसी माह आई है, जिसकी कीमत 250 रुपये है। इस किट में कोरोना जांच के लिए जरूरी सभी चीजें उपलब्ध हैं। कंपनी का दावा है कि कोरोना के लगभग वैरिएंट को यह किट पकड़ लेती है। यहां तक कि यदि किसी को ओमिक्रोन का संकमण है तो भी रिपोर्ट पाजिटिव आ जाएगी। – राजर्षि बंसल, सर्जिकल सामान के थोक व्यापारी।