सहायक स्टेशन मास्टर के अभाव में ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं होगा। मालगाड़ियां भी निर्बाध चलती रहेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के सहायक लोको पायलट (एएलपी) अब रिक्त चल रहे सहायक स्टेशन मास्टर (एएसएम) के 200 तथा वाराणसी मंडल के 50 गार्ड (ट्रेन मैनेजर) की जिम्मेदारी संभालेंगे। रनिंग स्टाफ की कमी के चलते ट्रेनों का संचालन प्रभावित न हो, इसके लिए रेलवे बोर्ड ने पदों को समायोजित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) को पत्र लिखा है। दिशा-निर्देश के क्रम में रेलवे प्रशासन ने समायोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
200 सहायक स्टेशन मास्टर व 50 गार्डों की जिम्मेदारी संभालेंगे सहायक लोको पायलट
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में ही लखनऊ लगभग 200 सहायक स्टेशन मास्टर के पद रिक्त चल रहे हैं। इसके अलावा गोरखपुर पूर्व (वाराणसी मंडल) में 15 सहित वाराणसी मंडल में गार्डों के करीब 50 पद रिक्त हैं। जबकि, पूर्वोत्तर रेलवे में सहायक लोको पायलटों की संख्या निर्धारित से 15 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2018-19 में रेलवे प्रशासन ने एक हजार की जगह करीब 1600 पदों पर सहायक लोको पायलटों के पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली। पूर्वोत्तर रेलवे के एक हजार पदों पर भर्ती तो हो गई लेकिन लगभग 600 अभ्यर्थियों को दूसरे जोन में भेजना पड़ा।
तैनाती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को मिलेगा मौका
कुछ अभ्यर्थी अभी भी दूसरे जोन की परिक्रमा कर रहे हैं। यही नहीं विभागीय पदोन्नति के माध्यम से परीक्षा पास करने वाले मुख्यालय गोरखपुर के करीब 150 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अभी भी सहायक लोको पायलट बनने के लिए विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। रिक्त पदों के अंतर को बराबर करने के लिए रेलवे बोर्ड ने सहायक स्टेशन मास्टर तथा गार्ड के रिक्त पदों पर सहायक लोको पायलटों को समायोजित करने का अहम निर्णय लिया है। बोर्ड के इस निर्णय से सहायक स्टेशन मास्टर और गार्ड के रिक्त पद तो भर ही जाएंगे, तैनाती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को भी सहायक लोको पायलट बनने का अवसर मिल जाएगा। जानकारों के अनुसार गार्डों की कमी के चलते वाराणसी मंडल के छपरा और नरकटियागंज रूट पर मालगाड़ियां खड़ी हो जा रही हैं। स्टेशनों पर दस घंटे की ड्यूटी पूरी होने पर गार्ड ट्रेन को छोड़कर उतर जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन को गार्डों की व्यवस्था करनी पड़ रही है।
नरमू ने किया निर्णय का स्वागत
एनई रेलवे मजदूर यूनियन नरमू के महामंत्री केएल गुप्ता ने बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि इस व्यवस्था से रेलकर्मी तो समायोजित होंगे ही, ट्रेनों का संचालन भी निर्बाध होगा। उन्होंने रेलवे प्रशासन से इस व्यवस्था को यथाशीघ्र लागू करने की मांग की है।
रिक्त के सापेक्ष 15 प्रतिशत पदों पर रखे जाएंगे ट्रैक मेंटेनर
वाराणसी मंडल ने गार्ड के रिक्त के सापेक्ष 15 प्रतिशत पदों पर चतुर्थ श्रेणी (ट्रैक मेंटेनर) के कर्मचारियों से भरने का निर्णय लिया है। इसके लिए वाराणसी स्थित रेलवे के प्रशिक्षण स्कूल में 27 से 31 जनवरी तक परीक्षा आयोजित होगी। 15 प्रतिशत स्नातक विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा (एलडीसीई) में 258 रेलकर्मी भाग लेंगे।