अयोध्या। जिले के ईएमटी पायलट का दिन प्रतिदिन बढ़ता जज्बा लोगो के लिए नित्य वरदान साबित हो रहा हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एंबुलेंस अभी तक जहां केवल बीमार को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रही थी वहीं इन दिनों गर्भवती महिलाओं की सेवा में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहीं हैं। 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा के रीजनल मैनेजर अजय सिंह जिला प्रोग्राम मैनेजर दीपक अस्थाना व जिला प्रभारी इरफ़ान सिद्दिकी ने संयुक्त रूप से बताया कि 108 एम्बुलेंस में तैनात ईएमटी अरुण चौधरी व पायलट लवकुश वर्मा के द्वारा प्रशव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती 1महिला को घर से अस्पताल ला रहें थे कि रास्ते मे ही महिला की प्रशव पीड़ा तेज हो गयी जिसके चलते एम्बुलेंस पर तैनात ईएमटी व पायलट वाहन को सड़क किनारे खड़ी कर प्रसूता के परिवार की महिलाओं की मदद से एम्बुलेंस में ही गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मियों ने महिला व बच्चे को नजदीकी सरकारी अस्पताल लेकर भर्ती कराया जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने जच्चा व बच्चा दोनों को स्वस्थ बताते हुए ईएमटी व पायलट के इस कार्य को सराहनीय बताया। खंडासा ब्लॉक के बहता गौहनिया गाँव की 29 वर्षीय मायादेवी पति शत्रुहन ने बीती रात करीब 3:30 बजे सरकारी 208 एम्बुलेंस संख्या यूपी 32 बीजी 9456 पीड़िता के गांव पहुंची और प्रसूता को लेकर अस्पताल को रवाना हुई। तभी रास्ते मे ग्राम कोटिया के पास प्रसूता की अचानक प्रसव पीड़ा बढ़ी तो एम्बुलेंस स्टाफ ने सड़क के किनारे गाड़ी रोक दी ।
एम्बुलेंस में ही ईएमटी विकाश यादव साथ ही पायलट रिंकू मिश्रा व परिवार की अन्य महिलाओं की मदद से एम्बुलेंस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया।फिर दोनों को सब सीएचसी खंडाशा में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सक ने जच्चा बच्चा दोनों को स्वस्थ्य बताया। इसी तरह सोहावल ब्लॉक के ग्राम मीरपुर गाँव निवासिनी 30 वर्षीय फूलजहा उम्र पति मोहम्मद अहमद को रविवा की दिन में करीब 3 बजे सरकारी 102 एम्बुलेंस संख्या यूपी 32 ईजी 1453 से अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी रास्ते में सोहावल रेलवे क्रॉसिंग के पास ही महिला को अचानक प्रसव पीड़ा बढ़ी तो स्टाफ ने एम्बुलेंस को सड़क के किनारे गाड़ी रोक दी । एम्बुलेंस में ही ईएमटी नरेंद्र यादव साथ ही पायलट बैजनाथ यादव व अन्य परिवार की महिलाओं की मदद से एम्बुलेंस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। फिर जच्चा बच्चा दोनों को सोहावल सीएचसी में भर्ती कराया गया जहा उपस्थित चिकित्सक ने दोनों को स्वस्थ्य बताया। एम्बुलेंस सेवा के अधिकारियों को जैसे ही इसकी जानकारी हुई उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस सेवा में लेने से पूर्व उस पर तैनात ईएमटी व पायलट को एक विशेष तरह की ट्रेनिग दिलाई जाती है जिससे ऐसी परिस्थितियों में एम्बुलेंस में तैनात ईएमटी पायलट उस ट्रेनिग का सही उपयोग कर मरीज की जान बच सके। उन्हें ट्रेनिग देने कीच सभी जिम्मेदारी एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था जीवीके ईएमआरआई की होती हैं।