
बहराइच l मातृ एवं शिशु की बेहतर देखभाल के साथ हीस्वास्थ्य कार्यक्रमों को सही मायने में धरातल पर उतारने के लिए चयनित 165 आशा कार्यकर्ताओं को अचल प्रशिक्षण केंद्र में आठ दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को उनके कार्यों, विभागीय सेवाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।
प्रशिक्षक व जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक मो0 राशिद ने आशा कार्यकर्ताओं के प्रमुख आठ कार्यों के बारे में जानकारी दी । इनमें ग्राम स्वास्थ्य योजना तैयार करने में भागीदारी, स्वास्थ्य सम्बन्धी आदतों में सुधार के लिए विचार-विमर्श, स्वास्थ्य कर्मियों से संपर्क व सहयोग, ए0 एन0 एम0 के साथ तालमेल, मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करना, प्राथमिक चिकित्सीय देखभाल करना, स्वास्थ्य सामग्री लोगों तक पहुँचाना तथा रिकॉर्ड रखना और पंजीकरण शामिल था। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को उनके कार्य में दक्षता लाने, संचार कौशल बढ़ाने एवं स्वास्थ्य-स्वच्छता तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी ।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जे0 के0 चौबे व प्रशिक्षक चंद्रेश्वर पाठक ने आशा कार्यकर्ताओं को मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, जननी सुरक्षा, बाल पोषण तथा परिवार कल्याण सेवाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जा रहीं सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से लोगों को आच्छादित करने में आशा अपनी सहयोगात्मक भूमिका निभाएं। यही आशा का मूलभूत कर्तव्य है ।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया सामुदायिक स्तर पर सेवाएँ उपलब्ध कराने में आशा की महत्वपूर्ण भूमिका है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और बीमारियों की रोकथाम के बारे में सलाह-मशविरा तथा गर्भवती, शिशुओं, बीमार बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने में आशा सहायता करती हैं।
इसके अलावा संचारी व गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जनसमुदाय को जागरूक करने व मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी नैपकिन इस्तेमाल करने और बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित भी करती हैं l