विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने अपनी ही सरकार के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए। घोषणा के चार साल बाद भी बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा नहीं बनाने पर सवाल उठाए। रामनारायण मीणा ने कहा कि सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है। अफसर उसकी बात नहीं मानते। यह लेटर आपने कलेक्टर को लिखा। अब तक काम क्यों नहीं हुआ? 2018 में बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा बनाने की घोषणा हुई थी, अब तक कोई काम नहीं हुआ है। जिम्मेदार अफसर के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?
इस पर कला संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि पैनारेमा के लिए तीन बार पत्र लिखा जा चुका है। अभी 28 फरवरी को ही बूंदी कलेक्टर ने स्वायत्त शासन विभाग को तीन एकड़ जमीन मुफ्त आवंटित करने के लिए लिखा है। जैसे ही जमीन आवंटित हो जाएगी काम शुरू हो जाएगा। इस पर रामनारायण मीणा ने फिर सवाल उठाया कि चार साल में अफसर ने बात नहीं मानी उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?
स्पीकर बोले- दोनों मंत्री साथ बैठे हो, आपस में चर्चा करके फैसला कर लीजिए
मंत्री कल्ला ने कहा कि कला संस्कृति विभाग केवल जमीन की मांग कर सकता है, जमीन आवंटित नहीं कर सकता। इस मामले में स्वायत्त शासन मंत्री से चर्चा करके समाधान निकाला जाएगा। इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि स्वायत्त शासन मंत्री और आप साथ में ही बैठे हैं। आपस में चर्चा करके फैसला करके चार साल से पैंडिंग चल रहे काम में आ रही समस्या को दूर करें।
स्पीकर से उलझे बीजेपी विधायक राजवी, सवाल स्थगित
राजस्थान संवाद एजेंसी से जुड़े सवाल को लेकर बीजेपी विधायक नरपत सिंह राजवी और स्पीकर सीपी जोशी के बीच बहस हो गई। स्पीकर ने राजवी से रेलिवेंट सवाल ही पूछने को कहा। इसके बाद राजवी ने उनके सवाल का एक पॉइंट विधानसभा से हटाने की बात कही, इस पर स्पीकर ने कहा कि असेंबली के कामकाज पर सवाल नहीं उठा सकते। इस पर स्पीकर ने नाराजगी जताई।
इससे पहले राजवी ने सवाल उठाया कि संवाद की ओर से डीआईपीआर के कर्मचारियों को 10 फीसदी पैसा अतिरिक्त दिया जा रहा है। मंत्री पूरा जवाब नहीं दे पाए, इसके बाद स्पीकर ने साल स्थगित कर दिया।