लखीमपुर खीरी : गन्ना विकास विभाग एवं चीनी मिल कुम्भी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित

अमीरनगर खीरी। उ.प्र. गन्ना विकास विभाग एवं चीनी मिल कुम्भी के संयुक्त तत्वाधान में जिला गन्ना अधिकारी लखीमपुर खीरी ब्रजेश कुमार पटेल की अध्यक्षता तथा उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान एंव गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिकों क्रमशः डा. पी.के. कपिल (सहायक निदेशक) व डा. आर.डी. तिवारी तथा चीनी मिल कुम्भी के मुख्य महा प्रबन्धक डा. सुनील कुमार यादव एवं महा प्रबन्धक (गन्ना) श्री संदीप कुमार सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में एक बृहद बसंतकालीन गन्ना विकास गोष्ठी आयोजित की गयी। उक्त गोष्ठी में उपस्थित कृषक बन्धुओं को सम्बोधित करते हुए गन्ना संस्थान के सहायक निदेशक डा. पी० के० कपिल द्वारा गन्ना बीज पर प्रकाश डालते हुए गन्ने में उपयोग किये जाने वाले उर्वरकों के प्रबन्धन पर प्रकाश डाला गया, साथ ही साथ डा. कपिल द्वारा गन्ना कृषको को यह भी सुझाव दिया कि एक एकड़ में 80 किग्रा नाइट्रोजन , 25-30 किग्रा फास्फोरस, 20 किग्रा पोटाश, 10 किग्रा सल्फर तथा 12 किग्रा जिंक का उपयोग बुवाई के समय करें।

इसके अतिरिक्त डा.आर. डी. तिवारी ने मृदा स्वास्थ के सम्बन्ध में उपस्थिति कृषकों को विस्तारपूर्वक सभी महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में बताया। इसी क्रम में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में जिला गन्ना अधिकारी लखीमपुर खीरी द्वारा कृषक भाईयों को गन्ना प्रजाति बदलाव के साथ-साथ गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ानें पर विशेष बल दिया गया। तत्पश्चात चीनी मिल के मुख्य महा प्रबन्धक डा. सुनील कुमार यादव द्वारा इस समय लग रहे चोटी बेधक कीट के नियंत्रण हेतु प्रकाश डालते हुए कृषक भाईयों से गन्ना पैदावार व गन्ना क्षेत्रफल बढ़ाने की अपील की गयी। इसी के साथ-साथ महा प्रबन्धक (गन्ना) संदीप कुमार सिंह द्वारा कृषकों से अधिक से अधिक गन्ना आपूर्ति करनें व गन्ने में मशीनीकरण के प्रयोग पर विशेष बल दिया गया।

इस गोष्ठी में उपस्थित चीनी मिल कुम्भी के सहायक महा प्रबन्धक (गन्ना) व अन्य अधिकारीगण तथा सम्मानित कृषकगण उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन चीनी मिल के गन्ना प्रबन्धक चन्द्रहाश द्वारा किया गया।

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