हाथरस में गुलाब की कम पैदावार से 3 से 4 गुना तक बढ़े गुलाब के दाम

  • गुलाब से बने प्रोडक्ट के दाम भी बढ़ेंगे

हाथरस/हसायन (संदीप पुंढीर)। जनपद के हसायन क्षेत्र में गुलाब की खेती बड़े पैमाने पर होती है। पिछले वर्ष कारोबारियों को सहजता से उपलब्ध हुए गुलाब के फूल के दाम इस बार उनकी चिंता बढ़ा रहे हैं। पिछले वर्ष जो गुलाब चार हजार रुपये प्रति मन (40 किग्रा) से लेकर सीजन की समाप्ति तक 6,500 रुपये प्रति मन के भाव पर उपलब्ध हुआ था, इस बार उसके दाम 10 हजार से शुरू होकर 16 हजार रुपये प्रति मन तक पहुंच गए हैं।
बता दें कि गुलाब के फूल के दाम बढ़ने की मुख्य वजह इसकी पैदावार में पिछले वर्ष के मुकाबले कमी होना है। पिछले वर्ष पैदावार अधिक थी तो गुलाब का फूल कम दाम पर बिका। इस बार पैदावार कम हुई है तो इसके दाम आसमान छू रहे हैं। पिछले वर्ष प्रति चार बीघा करीब चार से पांच किलो फूल की पैदावार थी, लेकिन इस बार एक से दो किलो प्रति चार बीघा गुलाब के फूल की पैदावार रह गई है।
इस संदर्भ में कारोबारियों का कहना है कि अगर महंगा फूल खरीदकर इत्र व अन्य उत्पाद बनाएंगे तो निश्चित रूप से इनकी लागत बढ़ेगी और बाजार में इनका दाम भी ज्यादा होगा। दाम बढ़ने से गुलाब उत्पादों की मांग घटेगी, जिससे कारोबार प्रभावित होगा। गुलाब की कीमतों में हो रही इस बढ़ोतरी का पूरा फायदा बिचौलिये और फड़हा व्यापारी उठा रहे हैं। वह किसानो से कम कीमतों पर फूल खरीदकर उसे पानी में भिगोकर उसका वजन बढ़ा रहे हैं और उसको अच्छे भाव में बेचने में लगे हुए हैं। वर्तमान में गुलाब का कारोबार करने के लिए कन्नौज, कोलकाता और लखनऊ सहित अन्य जगहों से इत्र व्यापारी गुलाब उत्पादों का उत्पादन करने के लिए यहां आ गए हैं। इत्र कारोबारी भी इस बारे में कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं।

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