जनपद में शुरू हुआ विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान

सीएमओ ने रैली को दिखाई हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
लियाकत मंसूरी
मेरठ।
जनपद में शनिवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हुआ। अभियान की शुरूआत के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन की अध्यक्षता में विविध कार्यक्रम हुए। यूपीएचसी पर उन्होंने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर जिला मुख्यालय पर संचारी रोग के नियंत्रण के लिए शपथ भी ली गई।
सीएमओ ने बताया, जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ रैली निकालकर किया गया है। साथ ही जागरूकता के उद्देश्य से जिले में गोष्ठी, परिचर्चा और प्रतियोगिता आदि भी हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 30 अप्रैल चलेगा। इस दौरान वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकन गुनिया की रोकथाम के लिए के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभियान के दौरान बुखार, टीबी, कोविड आदि लक्षणों वाले व्यक्ति के बारे में घर-घर जाकर पूछताछ की जाएगी। लक्षण मिलने पर चिन्हित कर उन्हें अस्पताल भेजा जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर नि:शुल्क एंबुलेंस की सेवा भी उपलब्ध रहेगी। लक्षण मिलने वाले व्यक्ति का पूरा नाम पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय तक भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत ही जनपद में 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलेगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बीमार लोगों के बारे में जानकारी लेगी और 12 साल से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीका से प्रतिरक्षित किया जाएगा। इस मौके पर एमओआईसी पुलिस लाइन डा. अंकुर त्यागी, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान आदि आदि उपस्थित थे।
कुपोषित भी होंगे चिन्हित
अभियान के दौरान आशा, आंगनवाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। फिर यह सूची एएनएम के जरिए ब्लॉक मुख्यालय पर भेजी जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराता है।
अन्य विभाग भी करेंगे मदद
जिला मलेरिया अधिकारी सत्य प्रकाश ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग की सहभागिता रहेगी। सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है, जहां भी मच्छर पनपने की संभावना होगी। वहां निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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