रूस-यूक्रेन जंग के 43 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच रूस ने पूर्वी यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन पर क्रूज मिसाइल से हमला किया है। हमले में कम से कम 35 लोगों के मारे जाने की खबर है। इनमें 4 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हमला डोनेट्स्क में क्रामटोरस्क में हुआ है। डोनेट्स्क के गवर्नर ने बताया कि जिस समय हमला हुआ उस समय हजारों लोग यहां से बाहर निकलने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। हालांकि रूस ने इस हमले से इनकार किया है।
रूस पर लगा नागरिकों की हत्या का आरोप
जर्मनी के एक दावे ने यूक्रेन के बूचा शहर में नरसंहार के आरोप झेल रहे रूस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जर्मनी ने कहा है कि उसके इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट ने सेटेलाइट के जरिए रूसी सेना का रेडियो ट्रांसमिशन रिकॉर्ड किया है। इस बातचीत में रूसी सेना के अधिकारी सैनिकों को आम नागरिकों की हत्या करने का आदेश दे रहे हैं।
जर्मनी ने इस ऑडियो को रिलीज भी किया है और कहा है कि यह ऑडियो बूचा शहर का हो सकता है, जहां पिछले दिनों सैकड़ों नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। हालांकि, रूस ने इसे प्रोपगंडा बताते हुए खारिज कर दिया है।
जानिए कैसे और कब हुई जंग की शुरुआत
अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी रूस के राष्ट्रपति पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की बेटियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यूक्रेनी मीडिया ने दावा करते हुए कहा है कि यूक्रेन का सूमी इलाका पूरी तरह से रूसी सैनिकों के कब्जे से मुक्त हो गया है।
UN ने कहा कि यूक्रेन में अब तक 1611 नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसमें 131 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं 2227 लोग घायल हैं।
WHO ने कहा कि उसने यूक्रेन में स्वास्थ्य संस्थानों पर 100 से अधिक हमलों की पुष्टि की है। जिसमें 73 लोग मारे गए हैं और 51 घायल हुए हैं।
जंग के बीच यूक्रेन की मदद के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 20 बख्तरबंद गाड़ियां भेजी हैं। वहीं जापान ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा- बोरोडियांका शहर में बूचा से भी हालात बदतर है। वहां पर रशियन मिलिट्री ने लोगों की हत्या की है।
यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने जंग में अब तक रूस के 18 हजार से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है।
UN ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से 43 लाख लोगों ने दूसरे देशों में शरण ली है। करीब 65 लाख लोग अपने ही देश में विस्थापित हैं।
लोगों को इस तरह से ली गई थी जाने
यूक्रेन के बूचा में अटैक के बाद मारे गए लोगों के शव निकाले जा रहे हैं। राहत दल के एक अधिकारी ने कहा- हम घरों से डेड बॉडी निकाल रहे हैं। एक बॉडी के सिर में गोली मारी गई थी। रोड और यार्ड से भी कई लोगों के शव मिले हैं। मृतकों की संख्या इतनी ज्यादा है कि शवों का रैंडम पोस्टमार्टम करने का फैसला लिया गया है।
रूस ने भारी नुकसान पर किया कुबुल
रूस ने पहली बार जंग में हुए अपने सैन्य नुकसान को स्वीकारा है। रूसी सेना के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा- इस युद्ध में काफी रूसी सैनिकों को जान गंवानी पड़ी है। इस दौरान दिमित्री ने मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताई। इसके पहले रूस ने सिर्फ 1,351 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी।
EU के पोर्ट्स पर नही टिकेगा रशियन जहाज
इधर, यूरोपियन यूनियन (EU) ने रूस पर एक और बैन लगाया है। EU ने रूस के कोयला इम्पोर्ट और हथियारों पर पाबंदी लगा दी है। EU की बैठक के बाद एक अधिकारी ने बताया कि अब रशियन जहाजों को यूरोपीय संघ के पोर्ट्स पर ठहरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। साथ ही यूरोपीय परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त 500 मिलियन यूरो (540 मिलियन डॉलर) जारी करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
UNHRC में वोटिंग के बाद रूस आउट
बूचा अटैक के बाद गुरुवार को UN में हुई वोटिंग में रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से बाहर कर दिया गया। वोटिंग के दौरान रूस के खिलाफ 93 और पक्ष में 24 वोट पड़े। भारत समेत 58 देश वोटिंग से बाहर रहे। UNHRC का गठन 2006 में किया गया था। रूस इससे बाहर किया गया दूसरा देश है। इससे पहले लीबिया को UNHRC से बाहर किया गया था।
फेसबुक दावे में रूसी एक्सपर्ट साइबर हमलें में धाकड़
फेसबुक ने कहा है कि रूसी साइबर एक्सपर्ट यूक्रेन जंग को कवर कर रहे पत्रकारों और वहां के स्थानीय नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट हैक करने की कोशिश कर रहे हैं। फेसबुक ने कहा कि पिछले 7 दिन के भीतर ऐसे कई मामले सामने आए हैं, हम इसको लेकर पूरी तरह सतर्क हैं।