डॉक्टरों का दावा फ्री-इलाज का, लेकिन अस्पताल में मरीजों को लगाने के लिये इंजेक्शन तक नहीं

पाली। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक पर्ची से लेकर दवा और सभी जांचें फ्री करने का दावा किया जाता है। जबकि हकीकत यह है कि कई दवाइयां और जांचें अस्पताल में नहीं हो रही है। स्थिति यह है कि बांगड़ चिकित्सालय में ही इंजेक्शन लगाने के लिए सीरिजों तक का टोटा है। अस्पताल में पिछले कई दिनों से पांच व दो सीसी की सीरिज की संख्या कम है। इस कारण मरीजों को मजबूरी में इंजेक्शन लगाने के लिए यह सीरिज बाहर से लानी पड़ रही है। मधुमेेह के वे रोगी, जिनको इंसूलिन के इंजेक्शन लगते है। उनको भी समय सीरिज नहीं मिल पा रही है। इधर, अस्पताल में टीटी के टीके भी नहीं है।

इस बारे में बांगड़ चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. रफीक गौरी ने बताया कि सीरिज की कमी चल रही है। इस बारे में लिखत में सूचना भी दी जा चुकी है। अभी हम अस्पताल के मरीजों के लिए तो व्यवस्था कर रहे है।

दूसरे अस्पतालों से की मांग

ये सही है कि जिले में सीरिज की कमी है। इसके लिए जयपुर से मांग की गई है। अभी हम बाहर से भी सीरिज की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं। -डॉ. विकास मारवाल, सीएमएचओ, पाली

बाहर की लिखी जाती दवा

गले की जांच के लिए के गया था। लेकिन, जो दवा लिखी वो अस्पताल में नहीं थी। बाहर से भी बमुश्किल ये दवा मिल पाई।-मदन लाल, सोसायटी नगर

आवेदन की अंतिम तिथि 15 तक

पाली। जिले में किसान राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत विभिन्न गतिविधियों पर अनुदान के लिए 15 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। उद्यान विभाग के सहायक निदेशक रामावतार ने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत सामुदायिक जलस्त्रोत, पॉली हाउस, शेडनेट हाउस, प्लास्टिक मल्च, लॉ-टनल, कम लागत के प्याज भण्डार, पैक हाउस आदि पर अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

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