गोंडा : प्रधान व सचिव डिजिटल सिग्नेचर के प्रति बने संवेदनशील- सीडीओ

गोंडा। मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया है कि ग्राम पंचायतों में भुगतान प्रणाली को डिजिटल बनाने के लिए ग्राम विकास विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत आगामी 09 मई तक सभी 16 विकासखण्डों में ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिवों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

सीडीओ की अध्यक्षता में डिजिटल सिग्नेचर का प्रशिक्षण संपन्न

जिसके क्रम में उन्होंने आज विकासखण्ड झंझरी व रूपईडीह के ग्राम प्रधानों एवं पंचायत सचिवों को प्राशिक्षण के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग सतर्तकता पूर्वक करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधान का डिजिटल सिग्नेचर बनवाया जायेगा।

वे यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके अलावा इसका प्रयोग कोई और न करें। उन्होंने कहा कि 15वें वित्त आयोग एवं पंचम राज्य वित्त आयोग के अन्तर्गत आवंटित होने वाली धनराशि का व्यय ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधान के डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से ई.ग्राम स्वराज पोर्टल पर किया जाता है। इसके लिए दोनों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

किसी प्रकार के धन का दुरूपयोग पाये जाने पर दोनों की जिम्मेदारी तय की जायेगी। इस अवसर पर डीण्सीण् एनआरएलएम, डीण्सीण् मनरेगा सहित अन्य संबंधित अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया है कि विकासखण्डों में प्रशिक्षण हेतु निर्धारित तिथि इस प्रकार है।

विकासखण्ड झंझरी तथा रूपईडीह 28 अप्रैल, इटियाथोक व पण्डरीकृपाल 29 अप्रैल, मुजेहना व मनकापुर 30 अप्रैल, छपिया व बभनजोत दो मई, कर्नलगंज व परसपुर पांच मई, कटरा बाजार व हलधरमऊ छः मई, वजीरगंज व नवाबगंज सात मई, बेलसर व तरबगंज नव मई को प्रातः 11 बजे से अपरान्ह दो बजे प्रशिक्षण का आयोजन किया जायेगा।

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