चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ‘सेरेब्रल एन्यूरिज्म’ (एक तरह की दिमागी बीमारी) से पीड़ित हैं, उन्हें पिछले साल इसकी वजह से हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिनपिंग सर्जरी की जगह पारंपरिक चीनी दवाओं से ही इलाज करा रहे हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल से दिमाग की ब्लड सेल्स नरम हो जाती हैं।
शी जिनपिंग की हेल्थ को लेकर लंबे वक्त से अटकलें लगाई जाती रही हैं। उन्होंने बीजिंग विंटर ओलिंपिक के पहले तक कोरोना लहर खत्म होने के बाद भी विदेशी नेताओं से मिलने से परहेज किया था। इसके बाद उनके बीमार होने के दावों को और हवा मिल गई।
इटली यात्रा के दौरान उनके कदम लड़खड़ा रहे थे
इससे पहले मार्च 2019 में इटली यात्रा के दौरान उनके कदम लड़खड़ा रहे थे, बाद में जब वो फ्रांस पहुंचे तो यहां भी उन्हें बैठने के लिए मदद लेनी पड़ी। इसी तरह, अक्टूबर 2020 में शेनझेन में भाषण के दौरान उनकी आवाज काफी धीमी थी और वो खांस रहे थे। तब उनके बीमार होने आशंका और बढ़ गई थी।
सेरेब्रल एन्यूरिज्म इस तरह लेता लोगों को अपनी चपेट में
सेरेब्रल एन्यूरिज्म से पीड़ित इंसान के दिमाग की नसें कमजोर होकर फूल जाती हैं। 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग या फिर हाई ब्लड प्रेशर, जेनेटिक बीमारी, इन्फेक्शन या फिर दिमागी चोट और तनाव से जूझ रहे लोगों को इस बीमारी का सामना करना पड़ता है।
यह बीमारी दिमाग के किसी भी भाग में हो सकती है और इसके कभी भी फटने का खतरा होता है। बहुत तेज सिर दर्द, हाथ-पैर में लकवा मार जाना, लगातार कमजोरी और चक्कर आना इस बीमारी के लक्षण हैं। इसके अलावा मिर्गी के दौरे को भी इसके लक्षण में शामिल किया जाता है।
अर्थव्यवस्था से तनाव में शी जिनपिंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते कुछ वक्त से चीनी अर्थव्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा रही है। यूक्रेन युद्ध की वजह से चीन में गैस और तेल की कीमतें बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। वहीं, जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से भी इकोनॉमी मुश्किल में है। इन सब वजहों से जिनपिंग काफी ज्यादा तनाव में हैं। यह तनाव ही उनकी इस बीमारी की एक प्रमुख वजह हो सकती है।