शहजाद अंसारी
बिजनौर/नजीबाबाद। दुकानों पर आधर कार्ड बनाने के नाम पर अवैध वसूली को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उगाही से गुस्साएं लोगों ने अब आधर कार्ड में संशोधन व नये आधर कार्ड बनवाने के लिए डाकघर का सहारा लिया है। इसके चलते डाकघर में सुबह से ही लोगों की लम्बी कतार देखने को मिली।
तहसील नजीबाबाद नगर में आधर कार्ड बनाने और उनमें संशोध्न के नाम पर सौ से डेढ़ सौ रूपये तक उगाही की जा रही है जबकि आधर कार्ड निःशुल्क एवं सरकारी खर्च पर बनाएं जाने का प्रावधन है। हालांकि अभी पूर्व में नगर में आधर कार्ड बनाने की कई मशीने भी निरस्त कर दी गई थी जबकि सरकारी कार्यालय से ही आधर बनाने की मशीने संचालित की गई। इसमें सरकार की ओर से आधर का रजिस्ट्रेशन निःशुल्क व संशोध्न पर 25 रूपये की पफीस है।
इसके लिए बैंकों और उपडाकघर को प्राथमिकता दी गई है लेकिन कई दुकाने निजी तौर पर इस कार्य को किस प्रकार संचालित कर रही है यह समझ से बाहर है और ये दुकानदार नये आधरकार्ड बनाने एवं उनमें संशोधन करने के नाम पर लोगों से 100 से 150 रूपये की वसूली कर रहे थे। जिससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है। डाकघर में आधर कार्ड बनने की सूचना पर आज सुबह से लोगों की डाकघर में लाइनें लगी नजर आई।