सीतापुर : रेउसा क्षेत्र के करीब ढाई दर्जन से अधिक मजरे बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं

रेउसा-सीतापुर । नदियों के तटवर्ती क्षेत्र के करीब ढाई दर्जन से अधिक मजरे बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। वहीं करीब डेढ़ दर्जन मजरों में घाघरा और शारदा नदी के बाढ़ का पानी ग्रामीणों के घरों में प्रवेश हो जाता है। करीब दर्जन भर से अधिक गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी से कट गए थे।जिससे आवागमन में भी समस्या हो रही है। श्रीराम पुरवा के पास शारदा नदी तटबंध की जियो बैग व स्टड निर्माण सिंचाई विभाग की देख रेख में कराया जा रहा है।

सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता विशाल पोरवाल व एसडीओ पुष्कर वर्मा ने अपनी टीम के साथ शेखुपुर कम्हारिया, श्रीराम पुरवा मेंउड़ी छोलहा, जटपुरवा, दुर्गा पुरवा,फौजदार पुरवा के पास हो रहे कटान रोधी स्टड निर्माण का निरीक्षण किया और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि तटबंध कार्य कराया जा रहा है यह कार्य जल्द ही पूरा कर कटान से निजात मिलेगी।

इलाके के किसानों की लगभग सौ एकड़ से ज्यादा फसल युक्त खेत जलमग्न हो जाते थे । बाढ़ का पानी क्षेत्र के श्रीराम पुरवा, सिरसा, कोलिया छडि़या, बजहा, ताहपुर ,जटपुरवा भदम्मर पुरवा, म्योड़ी छोलहा,चैंसा, ठेकेदार पुरवा, सुकई पुरवा, जंगल टपरी,संबारी पुरवा, नगीनापुरवा, श्यामनगर,सुंदर नगर,चहलारी, जैतहिया दुर्गापुरवा, आसाराम पुरवा,निर्मल पुरवा,रामलाल पुरवा,लोधपुरवा,मरैली आदि करीब तीन दर्जन गांव के इर्द गिर्द व गांव में बाढ़ के पानी ने दस्तक देता है।

शासन प्रशासन द्वारा कटान रोकने के लिए करोड़ों रुपए लगाकर कटान रोकने का प्रयास किया जाता है लेकिन ठेकेदारों द्वारा जितनी भी परियोजना चलती ज्यादातर समय से कार्य पूरा नहीं कर पाते हैं बीते 2 मई को जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने स्टड निर्माण कार्य परियोजनाओं का जायजा लिया था उन्होंने कार्य को देखकर अधिशाषी अभियंता विशाल पोरवाल की पीठ थपथपाई और कार्य देख कर संतोष जताया और अधिशासी अभियंता विशाल पोरवाल से वार्ता की कि कार्य कब तक पूरा कर देंगे तो उन्होंने बताया की 20 जून तक कार्य को पूरा करने का वायदा किया अब देखना है की कार्य समय से पूरा कर पाते हैं की पहले की तरह सब हवा हवाई साबित होगा।

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