65 लाख रुपये के मामले में, चुनाव आयोग की अनुमति के बाद बाराबंकी एसपी निलंबित

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लखनऊ । चुनाव आयोग के अनुमति के बाद गुरुवार को शासन ने बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार को निलंबित कर दिया है। पुलिस महानिदेशक की संस्तुति के बाद यह कार्रवाई हुई है। जल्द ही नए कप्तान की तैनाती कर दी जाएगी।

पुलिस विभाग के मुताबिक

लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में बीते दिनों विश्वास ट्रेडिंग कंपनी के शंकर गायन ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने साइबर क्राइम सेल के प्रभारी अनूप कुमार यादव पर आरोप लगाया था कि कंपनी के प्रसनजीत सरदार और धीरज श्रीवास्तव को कंपनी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले की जांच के बहाने दस्तावेज के साथ 10 जनवरी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया।

वहां से अपने आवास ले जाकर 65 लाख रुपये की मांग के साथ कंपनी बंद कराने की धमकी दी। इसके डर से उन्होंने 65 लाख रुपये दे दिए। आरोप है कि अनूप ने 11 जनवरी को दोबारा बुलाया और कार्रवाई कर शंकर गायन को जेल भेज दिया।

इसके बाद राज्य सरकार ने विश्वास ट्रेडिंग के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी। इसमें बाराबंकी साइबर क्राइम सेल प्रभारी अनूप कुमार यादव द्वारा की गई वसूली में पुलिस अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध पाई गई। इस मामले में जब पुलिस के आलाधिकारियों ने जबाब तलब किया तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

इसी के चलते पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बुधवार को प्रमुख सचिव गृह विभाग अरविन्द कुमार को एसपी के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पत्र सौंपा था। गृह विभाग से यह प्रस्ताव मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय के पास पहुंचा और गुरुवार को प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने अपनी मुहर लगा दी। चुनाव आयोग की अनुमित के बाद शासन ने एसपी डॉ. सतीश कुमार को निलंबित कर नई तैनाती के आदेश जारी कर दिए।

उधर, नए पुलिस कप्तान की तैनाती के लिए चुनाव आयोग को तीन नामों का पैनल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि शाम तक इस पर मुहर लग जाएगी और नए पुलिस अधीक्षक को जनपद में तैनात कर दिया जाएगा।