डीएम-एसपी ने सुनीं फरियादियों की समस्याएं
भास्कर न्यूज
अतर्रा। जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों की समस्याएं सुनकर निराकरण कराया। गैरहाजिर पीडब्ल्यूडी एक्सईएन व क्षेत्रीय यूनानी अधिकारी का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगने के आदेश दिए। समाधान दिवस में 75 प्रार्थना पत्रों में मात्र पांच शिकायतों का मौके पर निस्तारण हुआ। शेष शिकायतें संबंधित विभागों को सौंपकर समय से निस्तारण के निर्देश दिए। डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक को तीन दिन का अल्टीमेटम देकर मरीजों के लिए भोजन वितरण संचालन शुरू कराने के निर्देश दिए।
तहसील परिसर में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम अनुराग पटेल व एसपी अभिनंदन ने समस्याएं सुनीं। कुल 75 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें राजस्व की 39, पुलिस की 9, विकास विभाग 5 समाज कल्याण 3 व अन्य 19 प्रार्थना पत्र शामिल रहे। पांच शिकायतों का मौके में ही निस्तारण किया गया। भूमि विवाद, अन्ना गौवंश सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूताओं से अवैध वसूली व भोजन और नाश्ता आदि न वितरित होने की शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएम ने चिकित्साधिक्षक को तीन दिन की मोहलत देते हुए भोजन वितरण संचालन शुरू कराने के निर्देश दिए। संपूर्ण समाधान दिवस से गैरहाजिर रहे पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-एक एक्सईएन व क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी का एक दिन का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। डीएम ने निर्देश दिए कि जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो। थाना, तहसील, ब्लाक संवेदनशील होकर कार्य करें। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तायुक्त हो और शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही करने वाले संबंधित विभाग की जवाबदेही भी तय की जायेगी। उन्होंने जनपद स्तरीय अधिकारियों से कहा कि शिकायतों को लंबित न रखा जाए। तत्काल गुणात्मक निस्तारण करना सुनिश्चित करें।