सात लाख बच्चों को पिलाई जाएंगी दो बूंद जिंदगी की
गाजियाबाद
स्वास्थ्य विभाग 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर पल्स पोलियो अभियान शुरू करेगा। इससे पहले 6 अप्रैल को रैली के जरिए जन जागरूकता का प्रयास किया जाएगा। रविवार को पूरे जनपद में कैंप लगाकर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। 8 अप्रैल से स्वास्थ्य विभाग की विभाग की टीमें स्कूलों में और घर-घर जाकर बच्चों को ड्राप पिलाएंगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. विश्राम सिंह ने बताया कि पोलियो अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रयास रहेगा कि शून्य से पांच वर्ष का एक भी बच्चा अभियान में न छूटे।
डीआईओ डा. विश्राम सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस को पोलियो डे के रूप में बनाया जाएगा। उस दिन एक हजार छह सौ छप्पन बूथों पर पोलियो ड्राप पिलाने की व्यवस्था की गई है। जनपद में कुल 2116 टीमें इस काम के लिए लगाई गई हैं। इन टीमों के काम के सुपरविजन के लिए 765 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा पोलियो डे पर जनपद में 318 मोबाइल टीमें भी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी। इतना ही नहीं सफर में होने वाले बच्चों को दवा पिलाने के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर दवा पिलाने के लिए पूरे जनपद में 161 ट्रांजिट बूथ बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास रहेगा कि पोलियो डे पर अधिक से अधिक बच्चों को कवर कर लिया जाए, इसके बाद 8 अप्रैल से टीमें घरों और स्कूलों में जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी।
यह अभियान जनपद में 15 अपैल तक चलेगा, हालांकि 11 अप्रैल को मतदान के चलते 11 और 12 अप्रैल को अभियान स्थगित रहेगा। डीआईओ ने बताया कि गाजियाबाद में सात लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। मलिन बस्तियों के लिए विशेष टीमों को लगाया जाएगा। घर-घर जाने वाली हर तीन टीम पर एक सुपर वाइजर नियुक्त किया गया है। इसी तरह पांच मोबाइल टीमों पर एक सुपरवाइजर नजर रखेगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि कोई भी बच्चा पोलियो ड्राप से वंचित न रहे, इसके लिए टीमों के सदस्यों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जन्म के समय पर, छह सप्ताह, दस सप्ताह, 14 सप्ताह तक और उसके बाद पांच साल तक दवा पिलाना जरूरी है।
– 318 मोबाइल टीम- ये टीमें अविकसित कालोनियों, ईंट भट्टों, और जहां निर्माण कार्य चल रहा है, वहां बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाएंगी।
– 161 ट्रांजिट बूथ- बस स्टेंड, चौराहों, रेलवे स्टेशन, मेला क्षेत्र, पैठ बाजार आदि स्थानों पर बूथ बनाकर दवा पिलाई जाएगी।