फसल अवशेषों को ना जलायें अन्नदाता: डा वाईके शर्मा

कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जीएलए विवि में हुआ कालेज विद्यार्थी जागरुकता कार्यक्रम

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा/चौमुहां। फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अन्तर्गत बुधवार को जीएलए विवि में यूपी वेटरनरी विवि मथुरा में कालेज विघार्थी जागरुकता अभियान का आयोजन हुआ। कुलपति प्रो डा ए.के. श्रीवास्तव ने अपने संदेश में विद्यार्थियों से कहा कि वे फसल अवशेष जैसे महत्वपूर्ण विषय की जानकारी को गांव के  किसानों एवं पशुपालकों तक जरुर पहुंचायें। जिससे वे फसल अवशेष प्रबंधन के लाभों को समझ सकें। जिससे वे पराली ना  जलायें।कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा वाईके शर्मा ने कहा कि अन्नदाता पराली का सदपयोग करें, पराली जलाने की हानियों एवं दुष्परिणामों को गिनाते हुए कहा कि अवशेषों को खेत में  मिलाकर खेत को उपजाऊ बनायें, तथा कम लागत में अधिक उपज पायें। जीएलए विवि के कृषि संकाय के डीन डा एस.एस सिवाच  ने कहा कि किसानों को किसी भी तरह धान का पुआल एवं अन् फसलों के अवशेषों को खेतों में जलाना नहीं चाहिए। डा. बृजमोहन ने धान के पुआल के अलावा फल, सब्जियों एवं अन्य फसलों के अवशेषों के उपयोग की लाभकारी जानकारी दी। कार्यक्रम में निबंध लेखन, चित्रकला, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 80 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। निबंध प्रतियोगिता में सनी कुमार, निष्चय कुमार गुप्ता व विवेक कुमार तथा चित्रकला प्रतियोगिता में सृष्टि, कृतिका, ओम प्रसाद एवं कशिश भटट तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में सुधांशु सावन, दिनेश चौधरी एवं कुशल फौजदार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। उन्हे प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। कार्यक्रम में डीन एसएस सिवाच, डा संजीव कुमार, डा सुरेश सिंह, डा रोहित कुमार, डा अमिता यादव, डा साधना मिश्रा, डा सर्वेश कुमार, डा आलोक राय, देवेन्द्र कुमार, डा बृजमोहन, डा रवीन्द्र कुमार राजपूत, जौली आदि मौजूद रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें