बच्चों को फिट और हेल्दी रखने के लिए हम तमाम चीजें डाइट में शामिल करते हैं। हेल्दी खाने से बच्चों का शरीर मजबूत बनता है और उनकी इम्यूनिटी मजबूत होती हैं। आजकल के बच्चे लंबे समय तक टीवी, मोबाइल देखते हैं और न्यूट्रिशन की कमी की वजह से उनकी आंखें कम उम्र में ही कमजोर होने लगती हैं। पेरेंट्स को इससे चिंता होने लगती है। बच्चों की डाइट में कुछ चीजें शामिल कर उनकी आंखें कमजोर होने से बचाई जा सकती हैं। मेरठ मेडिकल कॉलेज के आई स्पेशलिस्ट डॉ. आर सी गुप्ता से जानते हैं कैसे रखें बच्चों की आंखों का ख्याल।
आंवला के औषधीय गुण
आंवला शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। आंवला में मौजूद विटामिन सी आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छा होता है। बच्चों को रोजाना आंवला खिलाने से उनमें इम्यूनिटी मजबूत होती है। बच्चों को आंवला देने के लिए आप उन्हें मीठा मुरब्बा, आंवला कैंडी खिला सकती हैं या आंवला जूस बच्चों को पीने के लिए दे सकते हैं।
सेहत से भरपूर शकरकंद
शकरकंद सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटिन आंखों की रोशनी को तेज करने में मदद करता है। शकरकंद में भरपूर मात्रा में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है, जो आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है। बच्चों को शकरकंद खिलाने के लिए उसकी चाट या उसे उबाल कर दे सकती है।
गाजर है कारगर
गाजर ज्यादातर बच्चों को पसंद आता है। गाजर में काबोर्हाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ए और विटामिन के प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटिन और विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाता है। बच्चों को गाजर खिलाने के लिए उन्हें सलाद की तरह, सूप में और सब्जी में डालकर खिलाई जा सकती हैं।
टमाटर है फायदेमंद
टमाटर ज्यादातर बच्चों को खाना अच्छा लगता है। टमाटर में मौजूद विटामिन ए और विटामिन सी बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ उनकी आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। बच्चों को टमाटर खिलाने के लिए सलाद के रूप में या फिर सूप भी बनाकर पिला सकते हैं। टमाटर खाने से बच्चे का डाइजेशन भी मजबूत होता है।
एवोकाडो
एवोकाडो बॉडी के लिए बहुत फायदेमंद है। एवोकाडो में पोटेशियम, फोलेट, विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन ए आदि पाए जाते हैं। एवोकाडो में विटामिन ए काफी मात्रा में पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी को तेज करने में मदद करता है। एवोकाडो शरीर की इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है जिससे बच्चों को मौसमी बीमारियां नहीं होतीं।
संतरा
संतरा खट्टे फलों में आता है। इसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पाया जाता है, जो मोतियाबिंद से लड़ने में मदद करता है और आंखों को हाइड्रेट रखता है। संतरे में पानी की पर्याप्त मात्रा होती है इसलिए आंखों की रोशनी के लिए ये बहुत ज्यादा फायदेमंद है।
बच्चों की आंखें नैचुरली तेज करने के लिए खिलाएं ये फूड्स
इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स के कारण बच्चों में आंखों से संबंधित समस्याओं का खतरा काफी बढ़ गया है। हालांकि समय रहते कुछ सावधानियां बरती जाएं तो बच्चों की आंखों की रोशनी तेज की जा सकती है। यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जो बच्चों की आंखों को तेज करने का काम करेंगे-
हरी पत्तेदार सब्जियां
कैरोटीनॉयड के एंटी ऑक्सीडेटिव गुण आंखों को फ्री रेडिकल्स से दूर रख सकते हैं। विटामिन ए से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियों में कैरोटीनॉयड सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। इनमें अन्य विटामिन और खनिज पदार्थ जैसे कैल्शियम, विटामिन सी और विटामिन बी12 भी होता है। बच्चे की डाइट में ब्रोकली और पालक को शामिल करें। पालक में ल्यूटिन और जीएक्सेंथिन होता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
मछली
मछली में हेल्दी ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो आंखों की रेटिना के लिए बहुत फायदेमंद हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड दिमाग को तेज करता है जिससे आंखों की मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है और आंखों की रोशनी बढ़ती है। बच्चे को फिश खिलाएं। आप उसे फिश ऑयल पिल्स भी दे सकती हैं।
दालें, सूखे मेवे और बीज
दालों में प्रचुर मात्रा में बायोफल्वेनोइड और जिंक होता है जो रेटिना को डैमेज से बचाता है। बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए काली दाल और राजमा खिलाएं।
दालों के अलावा ड्राई फ्रूट्स जैसे पिस्ता, काजू, बादाम, अखरोट और मूंगफली भी आंखों को तेज करते हैं। इनमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ई होता है जो बच्चों में मायोपिया के खतरे को कम करता है।
इनमें फैटी एसिड और विटामिन ई होता है जो ड्राई आईज को रोकता है। अलसी और चिया के बीज खाने से भी आंखों से संबंधित परेशानियों को रोका जा सकता है।
सिट्रस और पीले रंग के फल
नींबू, टमाटर, अमरूद और संतरा सिट्रस फलों में शामिल हैं। इन फलों में प्रचुरता में विटामिन सी पाया जाता है, ये आंखों को सूर्य की रोशनी से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
आडू, आम और पपीता जैसे पीले रंग के फल भी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें बीटा कैरोटीन और लाइकोपिन पाया जाता है जिससे आंखों की रोशनी में सुधार आता है।
ये सभी चीजें बच्चों को आसानी से खिलाई जा सकती हैं। लेकिन बच्चों को खिलाने से पहले ध्यान दें कि कहीं उन्हें इन चीजों से एलर्जी न हो। बच्चे का कोई इलाज चल रहा है, तो डॉक्टर से पूछ कर ही इन चीजों का सेवन शुरू करें।