पीलीभीत: नायब तहसीलदार बनाम अधिवक्ता विवाद गहराया, विरोध ने पकड़ी रफ्तार

दैनिक भास्कर ब्यूरो

बीसलपुर.-पीलीभीत। नायब तहसीलदार व अधिवक्ताओं के मध्य उपजा विवाद एक बार फिर तूल पकड़ता नजर आ रहा है। अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन व प्रगतिशील बार एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शन किया। नायब तहसीलदार शशांक सिंह और तहसील बार एसोसिएशन के महामंत्री मनोज कुशवाहा के मध्य फाइलों को लेकर कहासुनी होने पर मामला तूल पकड़ गया। नायब तहसीलदार द्वारा कोतवाली में मनोज कुशवाहा व कुछ अज्ञात लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करा दिया था।

इसके पश्चात अधिवक्ताओं ने भी एक दिन बाद नायब तहसीलदार शशांक सिंह के विरुद्ध मारपीट करने व लूट का मुकदमा दर्ज कराया। इसके पश्चात अधिवक्ताओं ने आंदोलन जारी रखाए उप जिलाधिकारी के समझाने पर उन्होंने तहसील का जरूरी काम करना प्रारंभ कर दिया। आरोप है कि उनकी मांगों पर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद बुधवार को तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कुमार बाजपेई और प्रगतिशील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवनीश शुक्ला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अधिवक्ता एकत्र हुए।

बैठक करने के बाद यह निर्णय लिया कि जब तक नायब तहसीलदार शशांक सिंह द्वारा अधिवक्ता के ऊपर लिखाया गया मुकदमा वापस न लिया जाएए नायब तहसीलदार व उनके सह आरोपियों को जेल भेजा जाएए निसार अहमद व लक्ष्मी पांडे को बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा नायब तहसीलदार के शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्रों की जांच कराई जाए। इसके अतिरिक्त नायब तहसीलदार के न्यायालय की पत्रावलियों की जांच भी कराई जाए। इन सभी मांगों को जब तक अधिकारियों द्वारा पूरा नहीं किया जाएगा तब तक सभी अधिवक्ता पूरी तरह से बृहस्पतिवार से आंदोलन करेंगे। आंदोलन करने की जिम्मेदारी भी प्रशासनिक अधिकारियों की होगी।