पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बहुभाषी युवा उर्दू विद्वान महोत्सव का समापन

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बहुभाषी युवा उर्दू विद्वान महोत्सव में देश-विदेश के अलग-अलग लोगों को एकजुट कर उर्दू विभाग ने जो ज्ञान का दीपक जलाया है, वह नई पीढ़ी के दिलो दिमाग को जगमगाएगा। अगर ऐसी साहित्यिक सभा बराबर होती रही, उर्दू का भविष्य निश्चित रूप से उज्ज्वल होगा। ये शब्द थे जर्मनी से आए जाने-माने लेखक आरिफ नकवी के।
गौरतलब है, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग, उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी लखनऊ, इंटरनेशनल महिला साहित्य संगठन और अंतर्राष्ट्रीय युवा उर्दू विद्वान एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में सीसीएसयू के उर्दू विभाग में पाँच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बहुभाषी युवा उर्दू विद्वान महोत्सव (उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, फारसी) का आयोजन किया गया था, जिसका बुधवार को समापन हो गया। अंतिम दिन की अध्यक्षता आरिफ नकवी जर्मनी, डॉ. वला जमाल अल असीली मिस्र, डॉ. निगार अजीम दिल्ली, डॉ. अहमद सगीर बिहार और सलीम सफी मेरठ ने संयुक्त रूप से की। डॉ. सैयदा बेगम और डॉ. नवेद खान ने अपने लेख प्रस्तुत किए। समारोह का संचालन डॉ. इरशाद सयानवी ने किया और डॉ. अलका वशिष्ठ ने धन्यवाद की रस्म निभाई। कार्यक्रम में मोहम्मद सईद सहारनपुरी, इंजीनियर रफत जमाली, अनीस मिर्जा, डॉ. शबिस्ता आस मुहम्मद, फराह नाज, नवेद खान, फारूक शेरवानी, उज्मा परवीन, शबनम, ताबीश फरीद, शिफा अली, रूजा खान, शिफा, भवित, फैजान जफर, शहर गणमान्य व्यक्तियों और बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।