सडक और बिजली न होने से ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

जिलाधिकारी के द्वारा आश्वासन मिलने पर दोपहर बाद शुरू हुआ मतदान
अमित शुक्ला 
उन्नाव। लोकतंत्र के महापर्व में चुनाव के दिन मतदाताओं का नेताओं की वादा खिलाफी पर गुस्सा फूट पड़ा। मोहान विधानसभा की दो बूथों पर मतदान बहिष्कार किया। डीएम व एसपी ने मौके पर पहुंच कर सड़क व विद्दुतीकरण कराने के अश्वासन पर दोपहर बाद मतदान शुरू कराया। मालूम हो कि सरकार ने भले ही सौभाग्य योजना में विद्दुतीकरण कराकर रोशनी फैलाने दावा किया हो लेकिन मोहान विधानसभा के विकास खंड हसनगंज के बरातीखेडा मजरे मटारिया के ग्रामीण अभी भी रोशनी के लिए तरस रहे हैं। सड़क निर्माण व वर्षो से नहर की सफाई कराये जाने की मांग करते चले आ रहे हैं। सोमवार को बरातीखेडा में प्राथमिक विद्यालय बूथ संख्या 116 पर साढ़े दस बजे तक मतदाताओं ने एक वोट नहीं डाला। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद डीएम देवेन्द्र कुमार पांडेय व एसपी एमपी वर्मा मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों से चुनाव के बाद कार्य कराने के लिए अश्वासन दिया। तब मतदान शुरू हो सका।
वहीं ब्लाक हसनगंज के ग्रामीणों ने रोड़ नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाकर मतदान बहिष्कार कर दिया। जिससे बूथ संख्या 249 प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर में दोपहर सवा बारह बजे तक मतदान नहीं हो सका। जबकि क्षेत्रीय विधायक बृजेश रावत भी मौके पर पहुंच कर नाराज ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन नेताओं की वादा खिलाफी से क्षुब्ध होकर एक बात नहीं मानी। तहसीलदार लालधर यादव व एसडीएम प्रदीप वर्मा के द्वारा मतदान का महत्व बताकर चुनाव बाद कार्य पूरा कराने का भरोसा दिया तब कहीं ग्रामीणों का गुस्सा शांत होकर मतदान शुरू हो सका। इस पर सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रदीप वर्मा ने बताया कि जहाँ भी कोई शिकायत मिली तत्काल आधीनस्त कर्मचारियों को लगाकर ईवीएम मशीनों को बदलवाकर मतदान कराया गया है।
कोई भी मतदाता वोट डालने से वंचित नहीं रहा। जबकि ब्लाक हसनगंज के ही तमाम शिक्षामित्र व रोजगार सेवकों की 15 से 20 किलोमीटर दूर बूथों पर वीडियो ग्राफी के लिए ड्यूटी लगाई गई। जिनका फार्म 12 भरने के बाद भी अधिकारियों ने उनको ड्यूटी वाले बूथों पर मत डालने के अधिकार से वंचित कर दिया। जबकि 24 अप्रैल को शिक्षामित्र एसोसिएशन ने जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखित शिकायत की थी। उसके बावजूद तहसील अधिकारियों की लापरवाही से फार्म 12 की स्वीकृति नहीं दी गई जिससे सैकड़ों शिक्षामित्र व रोजगार सेवक मताधिकार से वंचित रह गए। उधर कोतवाली हसनगंज क्षेत्र के बूथों पर ड्यूटी पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों को लंच पैकेट में तंदूरी व मिक्सी रोटी पहली बार मिलने से पुलिस इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह की कर्मचारियों ने जमकर सराहना की।
क्षेत्र के ग्राम डडीया सुनौरा में वन विभाग द्वारा अपनी जमीन बता कर मार्ग निर्माण कार्य बन्द करा दिया था। जिससे ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लेते हुए जिला अधिकारी सहित कई उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेज कर समस्या का निस्तारण किये जाने की मांग की थी।लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान न दिये जाने से नाराज  ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया।
चुनाव बहिष्कार की सूचना पर उपजिलाधिकारी दो बार डडिया सुनौरा पहुंचे भी लेकिन ग्रामीण उनकी बात से सन्तुष्ट नहीं हुए और आज चुनाव का बहिष्कार कर दिया। ग्राम डढ़िया सुनौरा ग्राम सभा में बूथ संख्या 235 में कुल 1025 मतदाता हैं। लेकिन नाराज  ग्रामीणों द्वारा चुनाव के बहिष्कार के चलते दोपहर बाद तीन बजे तक मात्र 11 वोट पड़ सके। ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक सड़क निर्माण कार्य का आश्वासन नहीं मिलता है तब तक वे लोग मतदान नहीं करेंगे। लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की खबर पाकर जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय व पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा लगभग चार बजे डढ़िया सुनौरा पहुंचे और मौजूद सैकड़ों लोगों के बीच घोषणा की कि चुनाव के बाद तत्काल सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा आश्वासन दिये जाने के बाद लगभग चार बजे ग्रामीण मतदान केन्द्र पर पहुंचे। तब जाकर मतदान शुरू हो सका।
फतेहपुर चौरासी प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र की ग्राम पंचायत भसड़र नौसहरा के मजरा हीराखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय की बूथ संख्या 257 में भी मतदाताओ ने विकास को लेकर मतदान बहिस्कार किया। यहा कुल मतदाता 564 हैं। जिलाधिकरी देवेंद्र कुमार पांडेय 5 बजे गांव हीराखेड़ा पहुचे और ग्रामीणों को समझाबुझाकर मतदान चालू कराया तथा 8 बजे तक मतदान करने का आदेश भी दिया।

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