शहजाद अंसारी
बिजनौर। निजी स्कूलों की मनमानी जनपद में बढ़ती ही जा रही है। अधिकतर प्राइवेट स्कूल बच्चों को स्कूल की किताबें, ड्रेस व अन्य सामान स्कूल से या बताई गई दुकान से ही खरीदेने का दबाव देते हैं। ऐसा न करने पर बच्चों सहित अभिभावकों को भी प्रताडित किया जाता है। ऐसा ही एक मामला यहां उजागर हुआ है। अभिभावक संघ ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम अवधेश मिश्र को सौंपा। ज्ञापन में स्योहारा के मौहल्ला तराई हिन्दू चौधरियान निवासी प्यारे लाल सैनी उर्फ पंकज कुमार ने कहा कि उसके बच्चे इशिका सैनी व लक्ष्य सैनी स्योहारा के एमएम पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं।
उनकी लड़की को बेवजह 24 अप्रैल को सारे समय धूप में खड़ा रखा गया था। जिसकी शिकायत पर प्रबंधक ने गलती मानते हुए एक फैसलानामा भी लिखा था। लेकिन इस घटना के बाद से कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ बल्कि 30 अप्रैल को प्रबंधक द्वारा मेरे दोनों बच्चों को स्कूल से भी निकाल दिया। पीडित ने मुख्यमंत्री से बच्चों व परिवार को न्याय दिलाने की गुहार लगायी है। एडीएम ने मामले की जांच जिला विद्यालय निरीक्षक को करने के आदेश कर दिये। इस आदेश पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच कमेटी बनाकर कार्यवाही शुरू कर दी है। ज्ञापन देने वालों में अभिभावक संघ के संरक्षक नृपेन्द्र देशवाल, सरीता सैनी, अभिषेक वत्स, प्यारे लाल सैनी उर्फ पंकज कुमार आदि लोग शामिल थे।