
भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। आगामी पंचायत की बैठकों में पहला प्रस्ताव विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल व विद्युत से संबंधित होना चाहिए। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय शिक्षा परियोजना समिति की बैठक में डीपीआरओ व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए। मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित समग्र शिक्षा अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय शिक्षा परियोजना समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने जिला पंचायतराज अधिकारी व मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए।
जनपद के सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों को जल जीवन मिशन से आच्छादित किए जाने को लेकर उन्होने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि आगामी 10 दिन के भीतर ऐसे विद्यालयों की सूची उपलब्ध करायें जिसे जल जीवन मिशन से आच्छादित नहीं किया गया है व अब तक नलों में पानी की अपूर्ति नहीं हो पायी है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में प्रचलित सोशल मीडिया विभिन्न माध्यमों के बावजूद विद्यालय स्तर से किसी भी सूचना का संकलन करने में अपेक्षा से अधिक समय लग रहा है जिस कारण योजनाओं के क्रियान्वयन सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यो को समयसीमा के भीतर पूरा करने में दिक्कतें पेश आती है।
समग्र शिक्षा अभियान के सब-कम्पोनेंट र्स्पोट्स एवं फीजिकल एजुकेशन के तहत प्राथमिक विद्यालयों को खेल के साझो-सामान के लिए प्रतिवर्ष की दर से मिलने वाली 5 हजार रुपए की धनराशि का शत-प्रतिशत सदुपयोग करने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। सीडीओ ने कहा कि विगत निरीक्षणों में पया गया कि खरीदा गया खेल का सामान बक्से में ही पड़े रहने के कारण खराब हो जाता है।
मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्ता ने बताया कि जनपद के कुल 2320 सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय शामिल है। बैठक में जिला शिक्षाधिकारी प्रो. एसपी सेमवाल, सहा0 विद्यालय लेखा अधिकारी माया देवी, जिला पंचायतराज अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, डीपीआरओ अतुल प्रताप सहित शिक्षा विभाग के विकासखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।