परिवार नियोजन में महिलाओं के साथ पुरुषों की भी अहम जिम्मेदारी: डा. एसके दुबे

जिला अस्पताल में ‘सांझा प्रयास’ ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर चलाया जागरूकता अभियान

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। ‘सांझा प्रयास’ ने जिला अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत जागरूकता अभियान चलाया। अस्पताल में पहुंचें पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए नसबंदी कराने के प्रति जागरूक करते हुए उसके फायदे बताए।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. एसके दुबे ने बताया, परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। 21 नवंबर से आशा एएनमएम घर-घर जाकर इस बारे में जानकारी दे रही हैं। परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जिला अस्पताल की परिवार नियोजन परामर्शदात्री सुमन देवी ने अस्पताल में आए पुरुषों को जागरूक करते हुए कहा, परिवार नियोजन के साधन अपनाने में जितनी जिम्मेदारी महिलाओं की है, उतनी ही पुरुषों की भी है। पुरुष के नसबंदी कराने से किसी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होती है। इस दौरान उन्होंने पुरुषों द्वारा पूछे गए सवालों का उत्तर देकर उनकी भ्रांतियों को दूर किया।

‘सांझा प्रयास’ के ट्रेनिंग एंड रिसर्च आॅफिसर ने बताया, पुरुष नसबंदी स्थायी परिवार नियोजन का एकदम सुरक्षित और कारगर उपाय है। यह मामूली सी शल्य क्रिया है और महिला नसबंदी के मुकाबले आसान भी है। नसबंदी कराने के बाद पुरुष में किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती। इसलिए पुरुषों को भी परिवार नियोजन में बराबर की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा, वह भी परिवार नियोजन के लिए अहम हिस्सा है।