शहजाद अंसारी
बिजनौर। समाजसेवी महिलाओं ने मदर्स डे के अवसर पर संगोष्ठी का अयोजन किया जिसमें महिलाओं ने मां की भूमिका पर प्रकाश डाल तथा मां की गोद को बच्चे की पहली पाठशाला बताया।
तहसील नजीबाबाद के रमेश नगर में बीते दिन सुमन वर्मा के आवास पर नीमा शर्मा के संचालन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें समाजसेवी महिलाओं ने कहा कि मां के सामने देवता भी नतमस्तक हो जाते है। इसलिए मां का स्थान देवताओं से भी ऊपर है। मां बच्चे की पहली पाठशाला होती है और आर्थिक परेशानी में भी हार नहीं मानती है। मां दुनिया में निस्वार्थ भाव से कष्ट झेलकर भी अपने बच्चों की परवरिश करती है और अपने बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देती। समाजसेवी महिलाओं ने मां के बच्चों के प्रति समर्पण और त्याग की भावना पर चर्चा करते हुए बच्चों से मां का सम्मान करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर ऋचा अग्रवाल, शालिनी वर्मा, प्रतिभा मिश्रा, सुमेत देवी, फूलमाला वर्मा, नीमा शर्मा मृदुला शर्मा, सविता रस्तौगी, आदि मौजूद रही। उधर वालिया ग्लोबल एकेडमी में मदर्स डे पर आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मां की ममता को दर्शाया गया। प्रबंधक कमलकांत वालिया, रमाकांत वालिया व प्रधानाचार्य श्याम प्रकाश तिवारी ने सभी माताओं को मदर्स डे की शुभकामनाएं देते हुए बच्चों से अपनी मां क्षरा दिए गए संस्कारों का पालन करने को कहा। हिफ्ता, अनुष्का, नक्ष, यामिनी, रचित, नविका, अरहम व सरा द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रमों व व मां के सम्मान में प्रस्तुत भाषण व कविताएं प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों अंशिका, प्रिया, तनुषा, अभय, अभीजीत, साक्षी तथा मां की भूमिका कर रही सारा खान की प्रशंसा की।