ऑनलाइन हैंकिंग में पुलिस को लगा सुराग

औरैया। पुलिस ने ऑनलाइन हैकिंग करने के शक में एक व्यक्ति को पूछतांछ के लिए थाने बुलाया और उससें कडाई से मामले की तस्दीक की लेकिन पूंछतांछ के लिए लाये व्यक्ति ने हैंकिंग करने के आरोपों से इनकार  किया। बीते 1 मई को शहर के एक शिक्षक ही खाते से 49 हजार से अधिक रुपए ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए निकाल लिए गए थे जिसकी शिकायत कोतवाली में किए जाने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की और हैकिंग करने के मामले में एक अहम सुराग लगा जिससे कडाई से पूंछतांछ की जा रही है।

आनलाइन ठगी का शिकार शिक्षक कुलदीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि 30 अप्रैल को उसने एचडीएफसी बैंक से रूपये निकालने के लिए एटीएम में गया जहां शाम 7ः30 बजे के करीब एटीएम से असफल ट्रांजैक्शन हुआ उसके बगल में एक अन्य व्यक्ति खड़ा था जो सारी ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया को देख रहा था अगले दिन 1 मई को उसके मोबाइल नंबर पर मोबाइल नंबर 9804614677 से कॉल आई कि आपके द्वारा बीती शाम असफल ट्रांजैक्शन किया गया है इसलिए आपका एसबीआई का डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है और उसे चालू करने के लिए उक्त डेबिट कार्ड का नंबर और ओटीपी बताने के लिए कहा।

कुलदीप चतुर्वेदी ने असफल ट्रांजैक्शन की बात करने पर बैंक अधिकारी समझ उसे कार्ड नंबर ओटीपी बता दिया अगले दिन स्टेट बैंक ऑफ मानीटरिंग सेल जयपुर राजस्थान से कॉल आई कि क्या उनके द्वारा 49999 की ऑनलाइन शॉपिंग की गई है। प्रार्थी द्वारा मना किए जाने पर मामला ऑनलाइन हैकिंग का सामने आया।

ठगी का शिकार हुए कुलदीप चतुर्वेदी में अगले दिन कोतवाली पहुंचकर उक्त मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।  कुछ दिन बाद पता चला कि एटीएम में मौजूद व्यक्ति मोहल्ला बनारसी दास का रहने वाला है। पुलिस ने शक के आधार पर एक व्यक्ति को पूछताछ बुलाया। कुलदीप चतुर्वेदी के मुताबिक उक्त व्यक्ति ही आनलाइन ठगी में शामिल है जबकि पूंछतांछ के लिए बुलाये गये व्यक्ति ने संबंधित ऑनलाइन शॉपिंग कर ठगी करने के मामले से इनकार किया तथा एटीएम में मौजूद होने के दावे पर उसने स्वयं एटीएम से पैसे निकालने की बात कही। थानाध्यक्ष आलोक कुमार दुबे ने बताया कि शक के आधार पर पूंछतांछ की जा रही है फिलहाल इस मामले में सम्बंधित व्यक्ति आरोपित नही है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।