
डीसीपी शहरी एरिया और एसीपी शहरी कोतवाली पर रहेगा चार्ज
कोर्ट के सुचारू हो जाने से शांति भंग जैसे मामलों की होगी सुनवाई
जनपद में बहुत तेज़ी बना पहला कोर्ट
अन्य कोर्ट बनने की तैयारियों को मिला बल
माहौल खराब करने वालो की अब नही खैर
पहले अपर जिला मजिस्ट्रेट के यहां होती थी पेशी
भास्कर समाचार सेवा एमजे चौधरी
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद को कमिश्नरेट में शामिल की जाने के बाद कमिश्नरेट के कार्यों की कार्यप्रणाली भी आरंभ हो गई है। जहां डीसीपी एसीपी शासन की मंशा के अनुरुप पुलिस अधिकारियों के पदों का बंटवार किया गया था। वही एसपी लेवल से अब डीसीपी लेवल और एएसपी से एडीसीपी और सीओ लेवल से एसीपी लेवल नियुक्त हो जाने के बाद उनको प्रमोशन भी मिला है। यानी कि कमिश्नरेट बनने के बाद कमिश्नरी में कार्य भी अब कमिश्नरी की तरह होने लगे हैं। सभी थाने चौकी और पुलिस कार्यालय पर बाहर बोर्ड भी पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के लग गए हैं और इसी कड़ी में सभी डीसीपी और एसीपी के कोर्ट बनाने की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई। सबसे पहले कोर्ट की स्थापना डीसीपी शहरी क्षेत्र और एसीपी कोतवाली क्षेत्र में बनकर तैयार हुई है। जिसके मुहूर्त भी जल्द होने की आशंका है। कोर्ट में सभी तरह की तैयारियों को लगभग पूरा कर लिया गया है । बहुत तेजी से बन रही कोर्ट जनपद की पहली डीसीपी और एसीपी कोर्ट होगी। दैनिक भास्कर संवाददाता एमजे चौधरी से पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप कमिश्नरेट बन जाने के बाद जनपद की कार्यप्रणाली भी पहले से अलग हुई है, और पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी भी पहले के मुकाबले बढ़ गई है। सर्किल पुलिस के उच्च अधिकारियों के पद का भी प्रमोशन हुआ है। वहीं दूसरी तरफ जनपद को तीन जोनों में बांटा गया था। जिसमें डीसीपी शहर, डीसीपी देहात और डीसीपी ट्रांस हिंडन जोन बने हैं। जिनमें तीन तेजतर्रार कार्य में निपुण पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया गया था। लिहाजा कमिश्नरी बन जाने के बाद तीनों ही पुलिस अधिकारियों के प्रमोशन भी हुआ। इसी बीच जनपद में कानून व्यवस्था को मजबूत रखने के उद्देश्य से सर्किल का भी बंटवारा हुआ था। जहां सीओ सर्किल में हुआ करते थे अब एसीपी के तौर पर जाने जाते हैं। इसी कड़ी में तीनों जोन डीसीपी और एसीपी एरिया में कोर्ट बनने की प्रक्रिया आरंभ की गई है। तीनों में कोर्ट के बन जाने के बाद कुछ हद तक असामाजिक तत्व किस्म के लोगों और कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना भी सुनिश्चित होगी। क्योंकि पूर्व में 107/16 और शांति भंग करने वाले 151 धारा के लोगों को डीसीपी और एसीपी कोर्ट में सुनवाई होगी। संभवत कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूत कार्यवाही भी होगी। सभी जोन में कोर्ट बनने की प्रक्रिया आरंभ की गई है। सरकार की मंशा है कि कानून व्यवस्था बनी रहे और जनता और पुलिस के बीच आपसी समन्वय में बैठा रहे साथ ही जनता को पुलिस फ्रेंडली के तौर पर पुलिस कर्मचारियों की कार्यप्रणाली भी देखने को मिलेगी । फिलहाल डीसीपी शहरी क्षेत्र में कोर्ट बनकर तैयार है। कुछ कार्य चल रहा है। जल्द ही कोर्ट बनकर तैयार हो जाएगी। वहीं अन्य जोन में भी कोर्ट बनने की तैयारी शुरू हुई है। वहां पर भी जल्द कोर्ट बनकर तैयार हो जाएगी।
