बांदा: न्याय विभाग की टीम ने वृद्धाश्रम का किया निरीक्षण, व्यवस्थाएं सुधारने की दी हिदायत

दैनिक भास्कर न्यूज

बांदा। जिला जज के निर्देश पर न्याय विभाग की विशेष टीम ने वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण किया। यहां रह रहे कुल 78 संवासियों में से 35 अनुपस्थित पाये गये। बताया गया कि वे इलाज आदि कारणों से बाहर गये हैं। मधुमेह पीड़ित संवासियों की शिकायत पर टीम ने वृद्धाश्रम के प्रबंधक को उन्हें विशेष भोजन दिये जाने के निर्देश दिये। जिला जज/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमलेश कच्छल के निर्देशन में मंगलवार को नरैनी रोड स्थित वृद्धाश्रम का निरीक्षण अध्यक्ष मॉनिटरिंग कमेटी शेल्टर होम एवं अपर जिला जज पॉक्सो एक्ट अनु सक्सेना, सदस्य एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हेमन्त कुमार कुशवाहा एवं सदस्य/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बीडी गुप्ता ने किया।

मधुमेह पीड़ितों को विशेष भोजन दिये जाने के निर्देश

निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम के प्रबन्धक श्याम किशोर त्रिवेदी उपस्थित मिले। उपस्थिति पंजिका के अनुसार वृद्धाश्रम में दो गार्ड समेत कुल 16 कर्मचारी नियुक्त हैं, जिनमें आज 12 कर्मचारी ही उपस्थित मिले। प्रबंधक ने संवासी पंजीकरण पंजिका, संवासी आवागमन पंजिका, संवासी उपस्थिति पंजिका, स्टाफ उपस्थिति पंजिका एवं विजिटर्स रजिस्टर प्रस्तुत किये। निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम में 90 पुरुष व 23 महिलाओं समेत 113 पंजीकृत संवासियों के सापेक्ष 62 पुरुष व 16 महिला संवासी समेत कुल 78 संवासी हैं। मौके पर 35 संवासी अनुपस्थित पाये गये प्रबन्धक के मुताबिक वे अपने घर, अस्पताल एवं निजी कार्यों से बाहर गये हुए हैं।

वृद्धाश्रम में 78 संवासियों में 35 अनुपस्थित पाए गए

निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम के भूतल व प्रथम तल में कुल 105 बेड पाये गये। प्रबंधक के अनुसार 28 बेड स्टोर में रखे हुए हैं। संवासियों ने बताया कि सुबह नाश्ते में उबले चने व चाय दी गई थी। रसोई घर में दोपहर के भोजन के लिये अरहर की दाल, मिक्स सब्जी, चावल व रोटी तैयार की जा रही थी। भोजन में गुणवत्ता व रसोई घर में साफ-सफाई पाई गई। मधुमेह से पीड़ित संवासियों ने शिकायत की, कि उन्हें भी आम संवासियों की तरह भोजन दिया जाता है।

मधुमेह से पीड़ित संवासियों के लिए कोई विशेष भोजन की व्यवस्था नहीं है जिस पर समिति ने प्रबंधक को मधुमेह पीड़ित संवासियों को विशेष भोजन दिये जाने के निर्देश दिये। संवासियो के मनोरंजन के लिये दो टीवी लगे पाये गये। बताया गया कि सुबह-शाम भजन कीर्तन कराया जाता है। प्रबंधक ने बताया कि कोई भी संवासी गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं है। संवासियों के लिये फर्स्ट एड किट उपलब्ध है। आपातकाल में संवासियों का मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया जाता है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए नये संवासियों की जांच एवं टीकाकरण के बाद ही रजिस्टर्ड किया जाता है।

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