रूक रूक कर हुई बारिश, तापमान में आई गिरावट

  • अभी तक हुई फसलों से नुकसान की आशंका
  • ठंड बढ़ने की वजह से बाजरों में छाया सन्नाटा, शाम होते ही घरों में कैद हुए लोग

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा: जपिछले 24 घंटे से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर पसीना ला दिया है। आलू, सरसों की फसल में भारी नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है। गेहूं की फसल भी बारिश से प्रभावित हुई है। पूरे जनपद में किसान बारिश की मार से बेहाल हुए हैं। इस तरह से किसानों के सामने खेती की लागत निकालने की चुनौती रहेगी। उधर, बारिश की वजह से बाजार में भी सन्नाटा छाया रहा। शाम होते ही लोग घरों में कैद हो गए।

खेतों में सरसों तथा आलू की फसल लगभग पक चुकी है। किसान फसल के पूरी तरह पक जाने और कटान का इंतजार कर रहा है। लेकिन पिछले 24 घंटे में हुई बारिश ने किसानों की उम्मीदों को जमींदोज कर दिया है। बारिश के बाद आलू की फसल में 50 प्रतिशत, तथा बारिश के बाद हवा चलने से सरसों की फसल में भी 20 प्रतिशत नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है। किसानों का कहना है कि बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया है। पौध गिर गई है। आलू के खेतों में ही सड़ने की संभावना बन गई है। सौंख, गोवर्धन, जाजनपट्टी, राया, वृन्दावन, कोसीकलां, बाजना, नौहझील, मांट, बरसाना, छाता, महावन, आदि सहित पूरे जनपद में बारिश से किसान प्रभावित हुए हैं। इस बारे में गांव पुरा के किसान कप्तान सिंह ने बताया कि बारिश से खेतों में पानी भर गया है। आलू की फसल में भारी नुकसान है। बेमौसम बारिश ने किसानों को बेहाल कर दिया है। आलू किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। गांव लोरिहापट्टी के किसान चंद्रभान सिंह ने बताया कि सौंख क्षेत्र में बारिश से फसल प्रभावित हुई है। आलू, सरसों में नुकसान है। फसल खेतों में गिर गई है। राया विकासखण्ड के गांव केशोपुर निवासी किसान लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस बारिश से गेंहू की फसल को फायदा पहुंच सकता है। लेकिन सरसों की फसल को नुकसान का ज्यादा अंदेशा है। वहीं अगर बारिश के बाद धूप तेज निकली तो आलू में भी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।

वर्जन
आलू की फसल लगभग पक गई है। इस वजह से आलू की फसल में नुकसान हो सकता है। सरसों तथा गेहूं में नुकसान नहीं है। हालांकि खेतों में पानी भरे रहने से ये फसल प्रभावित हो सकती हैं।
अश्विनी कुमार, जिला कृषि अधिकारी, मथुरा

  • राया में बाधित रही बिजली :
    बीते 24 घण्टे से रुक रुक कर हुई बारिश से सबसे अधिक परेशानी बिजली के न आने से हुई। राया के कई गांवों में पूरी रात सप्लाई बंद रही है। सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद विद्युत आपूर्ति सुचारू हो गयी। वहीं राया विकास खण्ड के गांव केशोपुर निवासी किसान लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस बारिश से गेंहू की फसल को फायदा पहुंच सकता है, लेकिन सरसों की फसल को नुकसान का ज्यादा अंदेशा है। वहीं अगर बारिश के बाद धूप तेज निकली तो आलू में भी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।