टंकी विवाद का पटाक्षेप करने पहुंचीं तहसील की टीम

ग्राम समाज की दूसरी जगह पर स्थापित होगी टंकी, पैमाइश की

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ
lरोहटा भोला गांव में पानी की टंकी स्थापित करने को लेकर एक साल से चल रहे विवाद का पटाक्षेप करने के लिए तहसील कर्मियों की टीम बुधवार को गांव में पहुंची। ग्राम समाज की दूसरी जगह पर टंकी लगाने की प्रक्रिया के लिए पैमाइश की।

बता दें कि भोला गांव में सरकार की पेयजल योजना को अमली जामा पहनाने के लिए जल निगम के द्वारा पानी की टंकी लगाया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए ग्राम प्रधान ने गत वर्ष श्मशान स्थल की खाली पड़ी जमीन पर पानी टंकी का निर्माण करने का प्रस्ताव ग्राम सभा में कर जल निगम को सौंप दिया था। जल निगम द्वारा जून माह में टंकी लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी, लेकिन ग्रामीणों ने श्मशान स्थल पर टंकी लगाने का विरोध करते हुए जल निगम की टीम को बंधक बना हंगामा किया था। पुलिस प्रशासन ने भी कई बार गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर टंकी लगाने हेतु समझौता करने का प्रयास जल निगम व ग्रामीणों के बीच कराने का प्रयास किया था। लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अडिग रहे और उन्होंने श्मशान स्थल पर पानी की टंकी का निर्माण होने से रोक दिया था। हालांकि बाद में जल निगम ने निर्माण कार्य के लिए डाली गई सामग्री को उठा लिया था और उसके बाद से भोला गांव में टंकी का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है।

पानी की टंकी का निर्माण प्राथमिकता पर
प्रशासन की पेयजल व्यवस्था के मद्देनजर गांव में पानी की टंकी का निर्माण किया जाना प्राथमिकता पर है। इसी को मद्देनजर बुधवार को राजस्व निरीक्षक प्रमोद उपाध्याय व हल्का लेखपाल पुष्पेंद्र सिरोही राजस्व टीम के साथ गांव भोला में पहुंचे। ग्रामीणों की मौजूदगी में राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज ग्राम समाज की भूमि को चिन्हित किया। 1000 मीटर जमीन में टंकी लगाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए गंग नहर के किनारे ग्राम समाज की जमीन में टंकी लगाने हेतु पैमाइश की कार्यवाही की।

ग्राम समाज की भूमि पर खड़ी मिली फसल
पैमाइश की गई जमीन पर गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा गेहूं की फसल अवैध रूप से बुवाई की पाई गई है। ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रूप से बोई गई फसल को काटने के लिए कब्जा धारक को लेखपाल ने सख्त सजा दे दी है कि वह तत्काल ग्राम समाज की जमीन को कब्जा मुक्त कर दें। वरना प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए उक्त जमीन को ग्राम समाज के सुपुर्द कर दिया जाएगा।