एसपी संजीव त्यागी बिजनौर में अपराध रोकने में नाकाम, लोगो की सुरक्षा राम भरोसे

शहजाद अंसारी        

बिजनौर। भाजपा की योगी सरकार के अपराध मुक्त राज्य के दावे बिजनौर जनपद में पूरी तरह फेल साबित हो रहे है। एसपी संजीव त्यागी ने जब से जिले का चार्ज संभाला है तभी से वह अपराधों पर नकेल कसने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए है। हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार जैसी घटनाओं से जहां पूरा जिला थर्राया हुआ है वहीं एसपी के राज में बेलगाम अपराधी जिले में रंगदारी तथा भूमाफिया लोगों की जमीनों पर कब्ज़ा करने में भी सक्रिय हो गए है। खौफ से असुरक्षित महसूस कर रहे नेता से लेकर व्यापारी और आम आदमी दहशत के साये में जी रहा है। जनपद में अपराध बढने से सरकार की तो किरकिरी हो ही रही है बल्कि जनता की सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस पर से भी आम आदमी का भरोसा उठ चुका है। एसपी के राज में जनता की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है।

सूबे में भाजपा की योगी सरकार बनने के बाद आम आदमी को यह भरोसा हो चला था कि अब जंगलराज की समाप्ति के बाद सुशासन का राज होगा और अपराधों में कमी आएगी लेकिन पांच माह पूर्व आये एसपी संजीव त्यागी के कार्यकाल में सारे रिकॉर्ड टूट गए और अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एसपी संजीव त्यागी के कार्यकाल पर नजर डालें तो जनपद इस समय हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, चोरी से थर्रा रहा है।

एसपी संजीव त्यागी के कार्यकाल में जहां व्यापारी से अपराधियो द्वारा रंगदारी मांगी गई वही उससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए शातिर अपराधियों ने बसपा नेता व प्रसिद्ध प्रॉपर्टी डीलर हाजी अहसान को उनके भांजे समेत उनके ही दफ्तर में गोलियों से भून दिया गया। स्योहारा थाना क्षेत्र में रवि कुमार की अपहरण के बाद हत्या, नागल सोती क्षेत्र में शादी समारोह से लौट रही महिला को निर्वस्त्र कर लूटपाट के अलावा बढ़ापुर क्षेत्र में नाबालिग लड़कियों से रेप की वारदात से आम नागरिक दहशतज़दा है। इतना ही नही भूमाफिया लोगों को डरा धमका कर उनकी ज़मीनों को जबरदस्ती अपने नाम करा रहे हैं।

गोकशी व तस्करी चरमसीमा पर है जिससे कभी भी जनपद का साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ सकता है। नगीना में हुई व्यापारी के गोदाम से दस लाख रुपये के समान की चोरी का पुलिस आजतक खुलासा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। इतना ही नहीं अब खुद पुलिस ने ही लोगो को सुरक्षा देने के बजाय उनको प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है चाहे वह पुरैनी में हुई घटना हो या कोतवाली देहात ट्रैक्टर चोरी के बाद खुलासा न होने पर हुआ बवाल या वाहन चेकिंग के नाम पर दलित युवक के साथ मारपीट के बाद उसकी मौत के बाद हुआ बवाल हो। कुल मिलाकर अपराधी हर रोज़ नई घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे है।

जनपद में अपराध बढने से सरकार की तो किरकिरी हो ही रही है बल्कि जनता की सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस पर से भी आम आदमी का भरोसा उठ चुका है। हालात ऐसे है कि इस समय एसपी संजीव त्यागी के राज में जनता की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है।