प्रांतीय सशस्त्र बल पीएससी के जवानों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

  • स्वैच्छिक रक्तदान के लिए लगाए जाएंगे विशेष शिविर- डॉ नीतू द्विवेदी
    रक्तदान महादान है इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है इसलिए सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए कोई भी व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से कभी भी रक्तदान कर सकता है। ब्लड बैंक के तत्वावधान में सोमवार को लगाए गए रक्तदान शिविर में प्रांतीय सशस्त्र बल पीएससी कैंपस में चार जवानों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान किया गया।
    पीएससी कमांडेंट अनिल कुमार सिंह बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग 5.5 लीटर खून होता है यदि उसमें से 300 एम एल खून दान कर दिया जाए तो उससे शरीर को कोई भी नुकसान नहीं होता| रक्तदान के बाद शरीर की अस्थि मज्जा कोशिकाएं तीव्र गति से सक्रिय हो जाती हैं और खून तेजी से बनने लगता है। इसलिए रक्तदान करने से शरीर को लाभ ही होता है। रक्तदान करने वाले 27 वर्षीय राजेश सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से रक्तदान कर रहा हूं और मुझे कभी भी रक्तदान करने के बाद कोई कमजोरी या शारीरिक परेशानी नहीं हुई इसीलिए अपने साथियों से भी अपील करता हूं कि अवसर मिलने पर रक्तदान अवश्य करें। रक्तदान शिविर में डॉ अरुण ब्लड बैंक कर्मचारी रजनी ,शैलेंद्र ,अर्जुन उपस्थित रहे। रक्त केंद्र प्रभारी डॉ नीतू द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में स्वैच्छिक रक्तदान का प्रतिशत 48 प्रतिशत रह गया है, जबकि भारत सरकार द्वारा 60 प्रतिशत लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसलिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाकर निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए24, 25 व 26 तारीखों को जिलें में विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि 24 से 26 मार्च को भी जिले में विशेष स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे यदि कोई भी संस्था स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाने के लिए इच्छुक है तो वह ब्लड बैंक से संपर्क कर सकती है, ब्लड बैंक द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें