भास्कर समाचार सेवा
बिजनौर।विवेक काॅलेज ऑफ एजुकेशन के शिक्षक शिक्षा विभाग में पाँच दिवसीय ‘‘शिक्षा में नवाचार‘‘ कार्यशाला का समापन हो गया।
आज अंतिम दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डाॅ0 दीप्ति डिमरी द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया गया था। उन्होने कहा कि शिक्षा में नवाचार एक ऐसी अवधारणा है जिसमें शिक्षण व अधिगम को प्रभावी एवं रूचिकर बनाने के लिए नवीन प्रतिपादित सकल्पना के बारे में जानकारी साझा की जाती हैं। इस कार्यशाला में शिक्षण के बदलते नए प्रारूप जैसे फ्लिप्ड लर्निग, लीनियर प्रोग्रामिंग, ब्राचिंग प्रोग्रामिंग, टीम टीचिंग, ग्रुप एक्टिविटी इत्यादि के बारे में छात्राघ्यापकों को जानकारी प्रदान की गयी।
इस अवसर पर विवेक ग्रुप ऑफ काॅलेज के चैयरमैन अमित गोयल ने छात्राध्यापकों को बताया कि इस तरह के आयोजन छात्रों में सृजनात्मकता, कल्पना शीलता एवं संज्ञानात्मक विकास को बढ़ावा मिलता है जिससे छात्रो का चहुमुँखी विकास होता है, तथा उनके शिक्षण में नवीनता आती है।
महाविद्यालय के सचिव इं0 दीपक मित्तल ने सभी छात्रों को शुभाशीष देते हुए कहा कि आज के बदलते परिवेश में हर समय नवाचार अपनाते रहना चाहिये जिससे हमारे जीवन को नई दिशा व आयाम मिले तथा छात्र जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान करने की योग्यता अर्जित कर सके।
कार्यशाला का समापन नवनीत कुमार द्वारा छात्राध्यापकों को ब्रेन स्र्टोमिंग मेथड सिखाकर किया गया।
इस कार्यशाला के संयोजक भूपेन्द्र कुमार और सहसंयोजक अखिलेश कुमार रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में बी0 एड0 विभाग इंचार्ज नवनीत कुमार, एम0 एड0 विभाग इंचार्ज श्रीमती शालिनी राजपूत, श्रीमती ममता राजपूत, श्रीमती मनीषा सिंह, रजनीश कुमार, हरेन्द्र यादव, राजीव कुमार, डाॅ0 वैशाली, श्रीमती आरती नेगी आदि का सहयोग रहा ।
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