
दिल्ली-एनसीआर के 81 स्कूलों के 2789 बच्चों ने मचाई धूम
-प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना ही मेवाड़ का मकसद- डाॅ. गदिया
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस में ’प्रतिभा-2019’ नाम से बाल गंगाधर तिलक व चंद्रशेखर आजाद जयंती पर आयोजित तेरहवें प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह में दिल्ली-एनसीआर के कुल 81 स्कूलों के 2789 विद्यार्थियों ने धूम मचा दी। दूसरे दिन हुईं पांच प्रतियोगिताओं में 17 स्कूलों के 29 बच्चों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। बतौर मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश शर्मा, इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया व निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने विजेताओं को नकद राशि, ट्राॅफी व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया।
अंतिम दिन एकल गायन प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, एकल नृत्य प्रतियोगिता एवं समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से श्रेष्ठ कला प्रदर्शन करने वाले 11 प्रतियोगियों को चेयरमैन अवार्ड प्रदान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सीए राजेश शर्मा ने कहा कि विदेशों में और सबकुछ मिल जाता है, मगर संस्कार केवल हिन्दुस्तान में ही मिलते हैं। हम अपने संस्कार बच्चों में इस कदर प्रबल करें कि वे देशहित व समाजहित में काम आएं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में बच्चे को पैदा होने से पहले ही मां के गर्भ में संस्कार मिल जाते हैं। गांव-देहात के बच्चे ज्यादा संस्कारी व प्रतिभावान होते हैं।
बस उन्हें मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की तरह का मंच नहीं मिलता। उन्हें मंच मिले तो वे देश, समाज व अपने मां-बाप का नाम खूब रोशन कर सकते हैं। उन्होंने मेवाड़ में आयोजित होने वाले समाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों व जयंतियों के आयोजन की खूब सराहना की। मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने बताया कि प्रतिभा-2019 समारोह में इस बार दिल्ली-एनसीआर के 81 स्कूलों के 2789 बच्चों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
विगत तेरह सालों में 29,544 से अधिक विद्यार्थियों को मेवाड़ अपनी प्रतिभा उजागर करने के लिए एक समर्थ मंच प्रदान कर चुका है। उनका यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश के पास 75 करोड़ युवा हैं। इनमें देशभक्ति व समाज के प्रति संवेदनशीलता का भाव पैदा करना होगा। तभी देश विकसित व खुशहाल होगा। इससे पूर्व डाॅ. गदिया, सीए राजेश शर्मा व डाॅ. अलका अग्रवाल ने दीप जलाकर समारोह की विधिवत शुरुआत की। इस दौरान आयोजित रंगारंग कार्यक्रमों ने समारोह में चार चांद लगाए। समारोह का कुशल संचालन अमित पाराशर ने किया।
घोषित परिणाम-
एकल गायन में श्रेष्ठ चुने गये-