
भास्कर समाचार सेवा मुरादनगर। श्रीराम शोभा यात्रा के दौरान कमिश्नरेट डीसीपी ग्रामीण जोन रविकुमार की सूझबूझ व बारिश ने नगर को दंगे की चपेट में आने से बचा लिया। नहीं तो उपद्रवियों ने नगर को दंगे में झोंकने की तैयारी कर ली थी। क्योंकि श्रीराम शोभा यात्रा की निकालने की परमिशन में सैकड़ों लोग के एकत्र होने की जानकारी दी। लेकिन शहर से बाहर के लोगों को बसों व अन्य संसाधनों से लाया गया। थाना प्रभारी सतीश कुमार का लाइन हाजिर होना भी श्रीराम शोभा यात्रा में पुलिस की व्यवस्था से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि रामनवमी पर श्रीराम सेवा समिति के तत्वावधान में श्रीराम शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। श्रीराम शोभा यात्रा के दौरान बारिश आने से लोग इधर-उधर भागने लगे। तथा भीड़ कम हो गई। श्रीराम शोभा यात्रा बस स्टैंड होते हुए रात के करीब दस बजे मुस्लिम एरिया में पहुंच गई। वहां पहुंचकर श्रीराम शोभा यात्रा में उत्तेजक भाषण व नारेबाजी होने लगी। पुलिस ने तत्कालीन थानाध्यक्ष सतीश कुमार व एसीपी निमिष पाटिल ने ऐसा नहीं करने को किया तो वहां मौजूद लोग अधिकारियों से ही उलझ गए। इसी बीच कमिश्नरेट डीसीपी ग्रामीण जोन रविकुमार ने वहां पहुंच कर रात दस बजे के डीजे बंद करने का हवाला देकर बंद कराकर वहीं से श्रीराम शोभा यात्रा में शामिल लोगों को वापस किया था। सूत्रों की मानें तो श्रीराम शोभा यात्रा में सैकड़ों लोग के एकत्र होने की जानकारी प्रशासन व पुलिस को परमिशन ली गई थी। लेकिन लोगों को मोदीनगर गाजियाबाद व अन्य स्थानों से बसों व अन्य संसाधनों से हजारों लोगों को श्रीराम शोभा यात्रा में एकत्र किया था। सूत्रों की मानें तो थाना प्रभारी सतीश कुमार को लाइन हाजिर होना भी श्रीराम शोभा यात्रा में पुलिस की व्यवस्था से जोड़कर देखा जा रहा है। थाना प्रभारी सतीश कुमार की जगह मुकेश सोलंकी को थाना प्रभारी बनाया गया है।