
कानपुर। अनवरगंज के बांसमंडी में आग की लपटों के साथ सिर्फ कारोबार ही नहीं जला बलिक हजारों घर के कमाने वालों का रोजगार भी जल गया है। पाई पाई जोड़ कर कारोबार खड़ा किया था जो एक तिनके की तरह जलकर खाक हो गया। यह दर्द कारोबारियों का विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के सामने छलका तो सतीश महाना भी व्यपारियों की नम आंखों को देखकर दुखी हो गये। व्यापारियों के कंधे पर हाथ रखकर कहा परेशान हो सरकार साथ है हरसंभव मदद की जायेगी। पांच दिन से बासमंडी के पांच कॉम्पलेक्स एआर टॉवर वन व टू, हमराज, अर्जन, मसूद कॉम्पलेक्स की आग हजरों लोगों के सपनो को जलाकर खाक करने के बाद सोमवार को थम गयी ।

पांचवें दिन बाद आग पर पाया जा सका काबू
हालाकिं मार्केट के अंदर से धूंआ आज भी निकलता रहा। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना घटनास्थन पर पहुंचे तो व्यापारी मसूद, अखलाख, हरजेन्द्र सिंह समेत सैकड़ों व्यापारियों ने उनके सामने दुखड़ा रोया। मंडलायुक्त राजशेखर, पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड, डीएम विशाखजी अय्यर, ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी समेत डीसीपी मुख्यालय तेज स्वरूप सिंह, डीसीपी प्रमोद कुमार समेत सभी अफसरों के साथ उन्होंने पूरी मार्केट की स्थिति देखी। मार्केट के पीछे भी जाकर स्थिति का जायजा लिया। उसके बाद कारोबारी की शॉप में बैठ कर अफसरों व कारोबारियों संग वार्ता की। व्यपारियों ने बताया कि आग ने जिस तरह से कहर बरपाया इतना नुकसान न होता अगर पुलिस उन्हें माल निकालने के लिये जाने देती। हालाकिं अफसरो ने जान का खतरा बताते हुए ऐसा करने पर कहा तो महाना ने कहा पहले जान का सुरक्षित होना जरूरी है।
आग भयावह थी ऐसे में किसी का भी अंदर जाना ठीक नहीं था। उन्होेंने कहा कि मुख्यमंत्री इस घटना से बेहद दुखी है सरकार व्यपारियों के साथ है। रिपोर्ट आने के बाद सरकार से जो हरसंभव मदद होगी दी जायेगी। इसके साथ ही पांच माके्रट की आठ सौ दुकानों के मालिकों के नाम व दुकान के नाम सहित पूरा डाटा एकत्र कर अफसरों से वैरीफाई कराकर शासन को भेजने को कहा गया। श्री महाना के जाने के बाद पुलिस अफसरों के साथ व्यपारियों ने करीब एक घंटे तक वार्ता कर जिसके बाद तय हुआ कि पांच मार्केट के मुख्य जिम्मेदार कारोबारियों के साथ पुलिस और दमकल के अफसर अंदर जायेंगे।ाा अंदर की स्थिति को ठीक से देखा जा सका। इस पर कुछ देर के लिये अन्य व्यापारी राजी नहीं हुए लेकिन अफसरों के समझाने पर राजी हुए। डीसीपी सेंट्रल, आईपीएस शिवा सिंह समेत पुलिस के कुछ जवान व व्यापारी मार्केट के अंदर गये और जली हुई दुकानों को देखा। देर शाम तक पुलिस प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार नही की थी।
आग में जल गये सपने, कैसे भरेंगे बैंक का कर्जा
त्योहार की खुशियां जल गयी तो पेट पालने के लिये फिर से मशक्कत करनी पड़ेगी। यह कपड़ा बाजार की आग पर करीब 84 घंटे बाद चौथे दिन काबू पा लिया गया है। फायर ब्रिगेड, के जवानों ने धधक रही मार्केट की बंद दुकानों के शटर काटकर और दीवारें काटकर पानी की बौछारें मारी। पानी से बाजार की धधक को ठंडा किया गया। ताकि दोबारा आग नहीं भड़के। पांच दिन बादयूपी के सबसे बड़े रेडीमेड कपड़ा बाजार की आग पर काबू पाया जा सका। लखनऊ, प्रयागराज और आगरा से आई तीन हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म मशीनों की मदद से सबसे ज्यादा आग बुझाने में मदद मिली। दीपक शर्मा ने सोमवार सुबह जानकारी दी कि उन्होंने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है। दुकान का शटर और दीवार काटने से आग पर काबू पाने में सफलता मिली है। अब बिल्डिंग को पूरी तरह से ठंडा करने के लिए पानी की बौछार मारी जा रही है। रेस्क्यू आॅपरेशन फिलहाल बिल्डिंग ठंडा होने तक जारी रहेगा। इससे कि बिल्डिंग के किसी भी हिस्से में दोबारा आग नहीं भड़के।
10 इलेक्ट्रॉनिक कटर और स्मोक एक्सट्रैक्टर ने दी राहत
आग बुझाने के लिए दुकानों के शटर काटने के लिए 10 इलेक्ट्रॉनिक कटर और दीवार काटने वाला कटर के साथ ही कई स्मोक एक्सट्रैक्टर लखनऊ स्थित अग्निशमन मुख्यालय से लाया गया। स्मोक एक्सट्रैक्टर की मदद से तेजी से धुएं को बाहर निकाला गया। इसके साथ ही कटर से दीवार और शटर को तेजी से काटकर टीम आगे बढ़ती चली गई। तब जाकर आग पर काबू पाने में सफलता मिली।कानपुर कपड़ा बाजार की आग बुझाने के लिए कानपुर मंडल ही नहीं बल्कि कानपुर, लखनऊ, उन्नाव, फतेहपुर, कानपुर देहात समेत 10 जिलों की फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मंगाना पड़ा। इसके साथ ही 4 जिलों से ने मौके पर पहुंचकर अलग-अलग जगह से मोर्चा संभाला, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका है।
रेस्क्यू ऑपरेशन बिल्डिंग ठंडा होने तक जारी रहेगा
चीफ फायर आफिसर दीपक शर्मा ने सोमवार सुबह जानकारी दी कि उन्होंने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है। एनडीआरएफ के दुकान का शटर और दीवार काटने से आग पर काबू पाने में सफलता मिली है। अब बिल्डिंग को पूरी तरह से ठंडा करने के लिए पानी की बौछार मारी जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल बिल्डिंग ठंडा होने तक जारी रहेगा। इससे कि बिल्डिंग के किसी भी हिस्से में दोबारा आग नहीं भड़के।
आईआईटी करेगी जांच मकान रहने लायक है या नही
अग्निकांड की चपेट में आईं इमारतों की जांच के लिए आईआईटी कानपुर की टीम को जिम्मेदारी सौंपी हैं।आईआईटी के डीन ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर पो. समित राय चौधरी के निर्देशन में टीम जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। टीम इमारतों की मजबूती को जांचेगी कि अब यह इमारत रहने लायक है या नहीं। आईआईटी की रिपोर्ट के आधार पर इमारतों की दिशा दशा तय होगी। बांसमंडी में हुए अग्निकांड की चपेट में पांच टॉवर पूरी तरह जल गए हैं। जिला प्रशासन ने इमारतों की मजबूती की जांच आईआईटी कानपुर को सौंपी गई है। आईआईटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि अग्निकांड की चपेट में आई इमारतों को जांचा जाएगा।