भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को साफ़ किया कि चंद्रमा पर उतरने से ठीक पहले लैंडर विक्रम से संपर्क जरूर टूटा है लेकिन उसमें कोई टूट-फूट नहीं हुई है। अभी भी लैंडर विक्रम से संपर्क करने की कोशिशें की जा रही हैं। इसरो ने बताया कि ऑर्बिटर ने एक तस्वीर भेजी है जिसके अनुसार लैंडर विक्रम एक ही टुकड़े के रूप में दिखाई दे रहा है।
चंद्रमा पर लैंडिंग के दौरान 07 की रात में चंद्रमा की सतह से केवल 2.1 किमी ऊपर लैंडर विक्रम रास्ता भटककर अपने निर्धारित जगह से लगभग 500 मीटर की दूरी पर चंद्रमा की सतह से टकरा गया था जिसके बाद से इसरो का संपर्क टूट गया था। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने रविवार को लैंडर विक्रम की थर्मल इमेज इसरो को भेजी थी।
इसरो वैज्ञानिकों के मुताबिक़ लैंडर विक्रम एक तरफ झुका दिखाई दे रहा है, ऐसे में कम्युनिकेशन लिंक वापस जोड़ने के लिए लैंडर का ऐंटीना ऑर्बिटर या ग्राउंड स्टेशन की दिशा में करना बेहद जरूरी है। लैंडर के चंद्रमा की सतह पर गिरने से उसका एंटीना दब गया है। इसलिए इसरो की टीम को संपर्क स्थापित करने में कठिनाई हो रही है। अगर कोशिशें रंग लाई तो विक्रम से संपर्क स्थापित होने पर वह दोबारा अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है। विक्रम में ऑबोर्ड कम्प्यूटर सिस्टम लगा होने से कमांड मिलने पर वह अपने थस्टर्स के जरिए अपने पैरों पर दोबारा खड़ा हो सकता है। इसके लिए इसरो टीम इसरो टेलिमेट्री ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क में लगातार काम कर रही है।
वही जब सोमवार को इसरो ने जानकारी दी कि विक्रम की तस्वीरें मिली हैं तो माहौल कुछ हल्का हुआ। इसी बीच महाराष्ट्र के शहर नागपुर की पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ऐसा ट्वीट किया, जिसे पढ़कर लोग मुस्कुरा उठे।
नागपुर सिटी पुलिस ट्वीट में लिखा, ‘प्रिय विक्रम, कृपया प्रतिक्रिया दो, सिग्नल तोड़ने के लिए हम तुम्हारा चालान नहीं काटेंगे।’ लोगों को नागपुर पुलिस का ये ट्वीट बेहद पसंद आ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग नागपुर पुलिस के सेंस ऑफ ह्यूमर की तारीफ कर रहे हैं।
Dear Vikram,
Please respond 🙏🏻.
We are not going to challan you for breaking the signals!#VikramLanderFound#ISROSpotsVikram @isro#NagpurPolice— Nagpur City Police (@NagpurPolice) September 9, 2019
एक यूजर ने पुलिस के ट्वीट पर जवाब दिया- ‘नागपुर पुलिस, हां, करोड़ों भारतीय की भवनाएं विक्रम से जुड़ी हुई हैं. आपका ट्वीट काफी शानदार है!
इससे पहले रविवार को इसरो चेयरमैन के. सिवन ने कहा था कि वे लैंडर से संपर्क स्थापित करने की कोशिश जारी रखेंगे. उन्होंने विक्रम का पता चलने के बाद कहा था कि निश्चित तौर पर उसने हार्ड लैंडिंग की होगी.
बता दें कि इसरो ने थर्मल ईमेज के जरिए विक्रम लैंडर का पता लगाया था. 47 दिनों की यात्रा के बाद विक्रम लैंडर का संपर्क इसरो से टूटा था.