लारवा और युवा चींटियां पीती हैं दूध
नई दिल्ली (ईएमएस)। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि युवा बनने से पहले चींटियां एक तरल पदार्थ निकालती हैं। यह एक तरह का दूध होता है। प्यूपा से निकले दूध को दोनों एडल्ट चींटियां और लारवा पीते हैं। लारवा उस कीट को कहते हैं, जो अंडे या अपने खोल से निकला हुआ होता है। यहां यह भी जान लीजिए कि अंडा, लारवा, प्यूपा, एडल्ट ये विकास की प्रक्रिया है। इस दौरान प्यूपा से दूध निकलने और इसका सेवन किए जाने का काम चींटियों के जिंदा रहने के लिए जरूरी भी होता है। चींटियों को यह काफी स्वादिष्ट लगता है। लारवा उसी तरह से इस दूध पर निर्भर होता है, जैसे किसी नवजात शिशु के लिए दूध जरूरी होता है।
चींटियों के दूध में अमीनो एसिड, शुगर और विटामिन मौजूद होता है। हार्मोन और कुछ दूसरे पदार्थ भी मिलते हैं। जानकारों का कहना है कि इस तरल पदार्थ के चलते चींटियों के विकास के अलग-अलग चरणों के बीच निर्भरता विकसित होती है। हालांकि चींटियों के दूध को इकट्ठा कर पाना संभव नहीं है क्योंकि उसकी मात्रा बहुत ही कम होती है। इस स्टडी में बताया गया है कि पहली बार इस चीज पर उस समय नोटिस किया गया जब चींटियों के बीच से प्यूपा को अलग कर दिया गया। प्यूपा से काफी तरल पदार्थ निकला।
जब दूसरी चींटियां साथ होती हैं, तब क्या प्यूपा यह दूध बनाता है? यह जानने के लिए शोधकर्ताओं ने एक नीले रंग की चीज प्यूपे के अंदर डाल दी और उस अपनी कॉलोनी में छोड़ दिया। 24 घंटे के भीतर वैज्ञानिकों ने पाया कि वह नीला रंग एडल्ट चींटी और लारवा में भी पहुंच चुका था। इससे साफ हो गया कि दूसरी चींटियां भी इस तरल पदार्थ को पीती हैं। इस प्रक्रिया के अंदर की बात समझिए। अगर प्यूपा से निकले तरल पदार्थ को हटाया नहीं जाएगा, तब वह खुद अपने ही लिक्विड से डूब जाएगा।