नई दिल्ली (ईएमएस)। क्या आप जानते हैं किसी को भी किस करने से कई तरह की बीमारियां बढ़ सकती हैं। किस करने से ओरल डिजीज का खतरा भी बढ़ने लगता है। क्योंकि मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दूसरे के मुंह में जाकर समस्या खड़ी कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो किस करते समय करीबन 80 मिलियन बैक्टीरिया का आदान प्रदान होता है। खासकर यदि सामने वाला व्यक्ति डेंटिस्ट के पास नहीं गया है या ओरल हैल्थ हाइजीन फॉलो नहीं करता है तो उसके मुंह के खराब बैक्टीरिया आपके मुंह में आने के कारण समस्या बढ़ सकती है जिसके कारण आपको कई तरह की ओरल डिजीज हो सकती हैं।
ओरल प्रॉबलम्स कई तरह की होती हैं लेकिन यह भी जरुरी नहीं है कि हर तरह की ओरल प्रॉब्लम्स स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो। खासकर मुंह की बीमारियों के संक्रमण का खतरा तब ज्यादा होता है जब बीमारी बैक्टीरिया या फिर वायरस के कारण हो। ऐसे में यदि आपके दांत सफेद और साफ भी हैं तब भी आपको ओरल डिजीज का सामने करना पड़ सकता है। पेरीओडोन्टल बीमारी एक इस तरह की स्थिति है जिसमें मसूड़ों की लाइन के नीचे मवाद बनने लगता है। समय के साथ-साथ यह सूजन बढ़ने लगती है जिसके कारण बोन टिशू भी प्रभावित होते हैं। इसके कारण आपके दांतों की जड़ें भी खराब होने लगती हैं जिससे आपके दांत सड़ने लगता हैं। खासकर व्यस्कों में दांतों के झड़ने का सबसे मुख्य कारण पेरीओडोन्टल डिजीज ही होती है।
किस करने से इस बैक्टीरिया लार के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के मुंह में भी आसानी से जा सकते हैं। मसूड़ों में सूजन अलग-अलग बैक्टीरिया के कारण होती है। गम बैक्टीरिया से संक्रमित होने के बाद व्यक्ति लंबे समय तक कई तरह की मौखिक समस्याओं से जूझ सकता है जब यह बैक्टीरिया व्यक्ति के मसूड़े से संपर्क में आते हैं तो एक पॉइजन छोड़ते हैं जो मसूड़े की नाजुक त्वचा को परेशान कर देता है। इसके कारण मसूड़ों में सूजन होसकती है जिसके कारण ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना और दुर्गंध जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
कैविटी दांतों की सड़न के कारण पैदा होती है। दांतों में सड़न स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स नाम के एक विशेष तरह के बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बैक्टीरिया एक विशेष तरह का एसिड पैदा करते हैं जो दांतों में मौजूद इनेमल को धीरे-धीरे तोड़ देता है। इससे दांत भी सड़ने लगते हैं। यदि इस समस्या को समय पर न रोका जाया तो यह दांतों को प्रभावित भी कर सकती है।