दारोगा ने भाकियू कार्यकर्ता की गाड़ी की निकाली चाबी, हुआ हंगामा

दो घंटे तक भाकियू कार्यकर्ताओं के पीछे दौड़ते रहे पुलिस प्रशासनिक अधिकारी

भास्कर समाचार सेवा
गढ़मुक्तेश्वर। पलवानों के यौन शोषण के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर राकेश टिकैत के आह्वान पर गाजीपुर बार्डर जाने वाले किसानों को पुलिस प्रशासन ने रोक लिया, इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं की जमकर नोकझोंक हुई। भाकियू टिकैत जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा के आवास पर रविवार की सुबह को सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए। जो महिला पहलवानों के समर्थन और राकेश टिकैत के आह्वान पर गाजीपुर बार्डर धरना स्थल जाने के लिए तैयार थे। इसी बीच पुलिस प्रशासन ने सभी को रोक दिया। भाकियू कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी देने की बात कही। लेकिन टिकैत के आह्वान पर दोबारा से किसान धरना स्थल पर जाने के लिए अड़ गए। किसान पैदल नारे बाजी करते हुए सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए नेशनल हाईवे की सर्विस रोड पर पहुंच गए। वहां पर भी पुलिस ने आगे बढऩे नहीं दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन की भाकियू कार्यकर्ताओं से नोकझोंक भी हुई, लेकिन एसडीएम अंकित कुमार वर्मा और सीओ आशुतोष शिवम ने एएसपी से वार्ता कराने के बाद दिनेश खेड़ा के कार्यकर्ताओं को लौटा दिया और भाकियू जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा के साथ सिर्फ छह लोगों को दो गाडिय़ों में पुलिस के साथ भेजा गया।