देश और समाज के लिए काम करना प्राथमिकता: आनंद मोहन

जंगशेर राणा

चंडीगढ़: बिहार के दिग्गज नेता एवं पूर्व सांसद आंनद मोहन सिंह ने सेक्टर 25 स्थित महाराणा प्रताप हॉस्टल के नए भवन का अवलोकन करते हुए हॉस्टल को और अधिक अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने में सहयोग करने का आश्वासन दिया। बता दें कि पंजाब विश्वविद्यालय के समीप स्थित इस महाराणा प्रताप हॉस्टल में रहकर काफी संख्या में छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। हॉस्टल में पढ़ने वाले दो छात्रों का नायाब तहसीलदार के पद पर हाल ही में चयन हुआ है। पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने अपने क्षेत्र में भी छात्रों के लिए ऐसा ही बड़ा हॉस्टल बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस तरह के हॉस्टल छात्रों की पढ़ाई में मददगार साबित हो रहे हैं। पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि वो महाराणा प्रताप से प्रभावित हैं और उनके आदर्शों पर चलते हैं। आनंद मोहन ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने राष्ट्र की सुरक्षा और स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया, उन्होंने अनेकों कठिनाइयां झेलीं लेकिन विदेशी आक्रमणकारियों के सामने झुकना स्वीकार नहीं किये। महाराणा प्रताप के आदर्शों से सदैव हमें देश और समाज सेवा की प्रेरणा प्राप्त होती रहेगी।

झूठे केस में जेल में रखा गया लेकिन अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया: आनंद मोहन

हाल ही में जेल से रिहा हुए और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि उनका परिवार स्वतंत्रता सेनानियों का परिवार है। उनके परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश के लिए कई कुर्बानियां दी। इसके बावजूद उनको वर्षों तक झूठे केस में जेल में रखा गया। लेकिन उन्होंने कभी भी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। आनंद मोहन ने कहा कि उन्होंने छात्र जीवन में 17 साल की उम्र में राजनीति की शुरूआत की थी। जेपी आंदोलन में भाग लिया और व्यवस्था परिवर्तन के लिए काम किया। आनंद मोहन ने कहा कि वो देश और समाज के भले के लिए राजनीति में हैं। देश और समाज के लिए काम करना उनके और उनके परिवार की सामाजिक पृष्ठभूमि रही है। पूर्व सांसद ने कहा कि मैं धोखे का शिकार होकर कुछ वर्षों तक जनता की सेवा से जरूर दूर रहा लेकिन रिहाई के बाद देश और समाज की सेवा करना संकल्प रहेगा। हम राजनीति के माध्यम से देश की सेवा करते रहेंगे। महाराणा प्रताप हॉस्टल के अवलोकन के दौरान आनंद मोहन के साथ अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर, आनंद मोहन सिंह के छोटे बेटे अंशुमन मोहन, राजपूत सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष अनूप चौहान के साथ काफी लोग मौजूद रहे। सभी ने सांसद आनंद मोहन का स्वागत करने के साथ महाराणा प्रताप के आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लिया।