
भास्कर समाचार सेवा
वृंदावन । मोक्ष दायिनी मां यमुना लंबे समय से लापरवाह अधिकारियो की कार्यप्रणाली के चलते अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है। वही दुसरी ओर लाखो भक्त गंगा दशहरा पर्व पर आस्था की डुबकी लगाने को बेताब है, लेकिन शायद उन्हें यह नहीं मालूम की पाप नासनी खुद कालिया रूपी दूषित जल से ग्रसित है। जिसे लेकर सोमवार को प्रदर्शनकारी ताराचंद गोस्वामी ने यमुना के जुगलघाट पर यमुना भक्तो को साथ लेकर रेती से स्नान कर अपना विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शनकारी ताराचंद गोस्वामी ने कहा की गंगा यमुना को शुद्ध करने का दावा करने वाली भाजपा सरकार के अधिकारी कितने गंभीर है, इस बात का अंदाजा आप ब्रजबासियो की आस्था का केंद्र पतित पावनी मां यमुना के हालातो को देखकर लगा सकते है। उन्होंने कहा की गंगा दशहरा पर्व को को महज कुछ घंटे शेष रह गए है। लाखो श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने को बेताब है, लेकिन ना तो अधिकारियो द्वारा घाटों के आसपास साफ सफाई कराई गई है और नाही यमुना में गिरते नालों को टेप किया गया है। इससे पूर्व श्री गोस्वामी ने नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया।