
दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । अमौली विकासखंड अमौली की विलुप्त प्राय हो चुकी नोन नदी के अस्तित्व को पुनर्जीवित करने के लिए चल रही मुहिम में भरसा गांव के नोन नदी में बने डैम के पास जिलाधिकारी श्रुति ने फावड़ा चलाकर श्रमदान किया। शनिवार को जिलाधिकारी के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशको, विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों, श्रमिकों मनरेगा श्रमिकों, बाल विकास पुष्टाहार विभाग की कार्यकत्रियों सहित आम जनमानस ने अपने हाथ खोलें और इस पावन पुनीत कार्य में श्रमदान किया श्रमदान कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने फीता काट कर किया। कार्यक्रम के दौरान नदी में श्रमदान के लिए उतरने के पूर्व सभी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों, एवम ग्राम प्रधान ने मिलकर जिलाधिकारी का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद विकास खंडवासियों ने अपने मुखिया के साथ श्रमदान कर नोन नदी के एक बड़े हिस्से को साफ करके उसको मूल रूप में लाने का कार्य किया।
23.5 किमी में 18 किमी का जनसहयोग से हुआ पुनरोद्वार
वहीं जिलाधिकारी श्रुति ने कहा कि यह बहुत ही पुनीत कार्य है जिसकी जिम्मेदारी हम सब को मिली है हम सभी पूर्ण निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। विकास खंड अमौली को डार्क जोन से बाहर लाना हम सब का कर्तव्य है। हम सब मिलकर बड़ी से बड़ी कठिनाईयो को भी आसानी से हल कर सकते है। यदि नदी 23.5 किमी की जगह 100 किमी भी होती तो हम आप लोग आपसी सहयोग से आसानी से कार्य को पूरा कर लेते। उन्होंने कहा कि जनपद में वर्षा के पानी को संचयन करने व भूमिगत जल स्तर बढ़ाने के लिए अमृत सरोवरो में खुदाई कार्य चल रहा है, जो वर्षा से पहले पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नदी को वास्तविक रूप मिलने से खेतो की सिंचाई/पशु-पक्षियों हेतु पानी एवं जल संरक्षण से भूमिगत जल स्तर बढ़ेगा, जिससे कि नदी के किनारे के नागरिको के लिए लाभदायक होगा।
उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 23.5 किमी में से 18 किमी नदी के पुनरोद्वार का कार्य हो चुका है शेष 5.5 किमी का कार्य वर्षा के पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होने नोन नदी को मौलिक रूप में लाने की मुहिम में शामिल सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों के जन सहयोग की तारीफ की और उनका आभार भी जताया। कार्यक्रम को उपजिलाधिकारी बिंदकी अंजू वर्मा एवं डीसी मनरेगा अशोक कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक उमेश कुमार त्रिवेदी ने किया।कार्यक्रम में मुख्य रूपसे एक्सईएन नंद कुमार गुप्ता, खंड विकास अधिकारी विपुल विक्रम सिंह चौहान, खंड शिक्षा अधिकारी कुंवर सिंह कमल, तकनीकी सहायक सुरेंद्र सिंह, शुभा देवी,मुख्य सेविका अंजू उत्तम, अरुण कुमार मिश्रा, आर्य कुमार पांडेय, ग्राम प्रधान रामजानकी, वीरेंद्र निषाद, सचिव योगेंद्र सिंह, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
फतेहपुर जिलाधिकारी ने नोन नदी में फावड़ा चलाकर किया श्रमदान
दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । अमौली विकासखंड अमौली की विलुप्त प्राय हो चुकी नोन नदी के अस्तित्व को पुनर्जीवित करने के लिए चल रही मुहिम में भरसा गांव के नोन नदी में बने डैम के पास जिलाधिकारी श्रुति ने फावड़ा चलाकर श्रमदान किया। शनिवार को जिलाधिकारी के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशको, विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों, श्रमिकों मनरेगा श्रमिकों, बाल विकास पुष्टाहार विभाग की कार्यकत्रियों सहित आम जनमानस ने अपने हाथ खोलें और इस पावन पुनीत कार्य में श्रमदान किया श्रमदान कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने फीता काट कर किया।
कार्यक्रम के दौरान नदी में श्रमदान के लिए उतरने के पूर्व सभी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों, एवम ग्राम प्रधान ने मिलकर जिलाधिकारी का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद विकास खंडवासियों ने अपने मुखिया के साथ श्रमदान कर नोन नदी के एक बड़े हिस्से को साफ करके उसको मूल रूप में लाने का कार्य किया।
23.5 किमी में 18 किमी का जनसहयोग से हुआ पुनरोद्वार
वहीं जिलाधिकारी श्रुति ने कहा कि यह बहुत ही पुनीत कार्य है जिसकी जिम्मेदारी हम सब को मिली है हम सभी पूर्ण निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। विकास खंड अमौली को डार्क जोन से बाहर लाना हम सब का कर्तव्य है। हम सब मिलकर बड़ी से बड़ी कठिनाईयो को भी आसानी से हल कर सकते है। यदि नदी 23.5 किमी की जगह 100 किमी भी होती तो हम आप लोग आपसी सहयोग से आसानी से कार्य को पूरा कर लेते। उन्होंने कहा कि जनपद में वर्षा के पानी को संचयन करने व भूमिगत जल स्तर बढ़ाने के लिए अमृत सरोवरो में खुदाई कार्य चल रहा है, जो वर्षा से पहले पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नदी को वास्तविक रूप मिलने से खेतो की सिंचाई/पशु-पक्षियों हेतु पानी एवं जल संरक्षण से भूमिगत जल स्तर बढ़ेगा, जिससे कि नदी के किनारे के नागरिको के लिए लाभदायक होगा।
उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 23.5 किमी में से 18 किमी नदी के पुनरोद्वार का कार्य हो चुका है शेष 5.5 किमी का कार्य वर्षा के पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होने नोन नदी को मौलिक रूप में लाने की मुहिम में शामिल सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों के जन सहयोग की तारीफ की और उनका आभार भी जताया। कार्यक्रम को उपजिलाधिकारी बिंदकी अंजू वर्मा एवं डीसी मनरेगा अशोक कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक उमेश कुमार त्रिवेदी ने किया।कार्यक्रम में मुख्य रूपसे एक्सईएन नंद कुमार गुप्ता, खंड विकास अधिकारी विपुल विक्रम सिंह चौहान, खंड शिक्षा अधिकारी कुंवर सिंह कमल, तकनीकी सहायक सुरेंद्र सिंह, शुभा देवी,मुख्य सेविका अंजू उत्तम, अरुण कुमार मिश्रा, आर्य कुमार पांडेय, ग्राम प्रधान रामजानकी, वीरेंद्र निषाद, सचिव योगेंद्र सिंह, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।